हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप जिसे सामान्यतः हाई-ब्लडप्रेसर के नाम से जाना जाता है। हाई-ब्लडप्रेसर का नाम तो सभी को पता है लेकिन इसके इसका लक्षण, प्रभाव, कारण व इसे नियंत्रित करने का सरल उपाय बहुत कम लोग को ही पता है। वैसे तो दुनिया भर में हजारों शोध हुए हैं और उपचार के लिए दवायें भी उपलब्ध हैं। इसे नियंत्रित करने के लिए अनेको व्यायाम, आसन के तरीके भी बताये गए हैं किन्तु कुछ अन्य ऐसे भी शोध किये गए हैं जिसमे ब्लड प्रेशर कम करने का मंत्र केवल सोचने, मनन करने या उच्चारण करने मात्र से ही लाभ मिलता है और यदि इसको अपने जीवन-शैली में अपना लिया जाय तो हाई-ब्लडप्रेसर के भयंकर प्रभाव से बचा जा सकता है।
ब्लड प्रेशर कम करने का मंत्र
भारतीय संस्कृति में सनातन धर्म का सर्वोच्च स्थान है जिसमे बताये गए विभिन्न पद्धति पर देश-विदेश के वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र शोध करते रहते है किन्तु कई बार इन्हे सफलता नहीं मिलती है फिर भी इन पद्धतियों के सकारात्मक परिणाम को देखते हुए इनका अनुसरण किया जाता है। इन्हीं पद्धत्तियों का एक भाग संस्कृत भाषा अथवा संस्कृत के मंत्रों पर दुनिया का सबसे बड़ा अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र नासा भी रिसर्च कर रहा है जिसका एक अंश गायत्री मंत्र “ब्लड प्रेशर कम करने का मंत्र” जिसके उच्चारण मात्र से शरीर में ऊर्जा का संचार हो जाता है के मात्र एक लाभ के बारे में जानेगें जो हार्ट अटैक से मौत का सबसे बड़ा कारण है।
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ब्लड प्रेशर कम करने के लिए गायत्री मंत्र
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि एक रिसर्च के मुताबिक सिद्ध हुआ है कि गायत्री मंत्र के जाप (उच्चारण,मनन) द्वारा ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है। मध्य प्रदेश मेडिकल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और हृदय रोग विशेषज्ञ डा. आर एस शर्मा (डा. रविशंकर शर्मा) ने अपने शोध में यह साबित भी किया है। डा. शर्मा के द्वारा सन 1995 में गायत्री मंत्र के उच्चारण मात्र से उच्च रक्तचाप (हाई ब्लूडप्रेशर) व हृदय गति बढ़ने के प्रभाव को कम करने के बारे में यह शोध किया गया था। यह शोध ‘जर्नल्स ऑफ ए पी आइ’ में प्रकाशित किया गया था और इसे गुवाहाटी में एक नेशनल कॉन्फ्रेंस में इस पर प्रजेंटेंशन भी दिया जा चुका है।
इसका शोध डा. शर्मा ने 20-20 परिवारों के व्यक्तियों के दो समूह पर किया था जिसमे एक समूह गायत्री मंत्र का जाप करता था जबकि दूसरा समूह जाप नहीं करता था। इस शोध की अवधि 3 वर्ष तक चली जिसमे पाया गया कि गायत्री मंत्र जाप करने वाले समूह में उच्च रक्तचाप अथवा हृदय से सम्बंधित कोई समस्या नहीं है जबकि दूसरे समूह में यह समस्या अधिक थी। तभी से डा. शर्मा अपने मरीजों को अन्य ट्रीटमेंट्स (उपचार) के साथ-साथ इस मंत्र के जाप को कहा जिसका परिणाम प्रभाशाली रहा और मरीज ठीक होते रहे।
डा. आर एस शर्मा के अनुसार गायत्री मंत्र के जाप में मंत्र का उच्चारण के लिए सबसे पहले अपने अंदर गहरी श्वांस भर कर “ॐ” शब्द का उच्चारण धीरे-धीरे श्वांस छोड़ते हुए लम्बे समय तक करें। इसके बाद मंत्र के बाकि शब्दों को सामान्य श्वास लेते हुए बोलना है और इस क्रिया को बार-बार 10 से 20 मिनट तक दुहराना है। जैसे : पूरा गायत्री मंत्र इस प्रकार है “ॐ भूर् भुवः स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं। भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्” तो ऐसे बोलना है :
गहरी श्वांस अंदर भरके अब श्वांस धीरे-धीरे छोड़ते हुए लम्बे समय तक “ॐ…………………………………………………..!”
फिर सामान्य श्वांस के साथ “भूर् भुवः स्वः, तत् सवितुर्वरेण्यं, भर्गो देवस्य धीमहि, धियो यो नः प्रचोदयात्“।
इसको चिकित्सकीय तथ्य के रूप में समझने के लिए ‘जब गायत्री मंत्र का उच्चारण ऊपर बताये गए गति में करते हैं तो इसके एक लय बन जाता है जिससे फेफड़े पर दबाव बढ़ता है और वेगस नस ‘नर्व’ (वेगस नर्व को एक्स क्रेनियल नर्व (X Cranial Nerve) या 10th क्रेनियल नर्व (10th Cranial Nerve) भी कहा जाता है। यह क्रेनियल नर्व्स की सबसे लंबी और काॅम्प्लेक्स नस है जो नर्व ब्रेन से पेट तक मुंह व गर्दन के माध्यम से जाती है) उत्तेजित होती है। इसके उत्तेजना बढ़ने के साथ हृदय की बढ़ी हुई गति व रक्तचाप कम होने लगता है।‘
इस प्रक्रिया के दौरान मस्तिष्क में कुछ अच्छे हार्मोन का स्राव होने लगता है। जिससे तनाव भी कम होने लगता है, अनिद्रा की समस्या में भी सुधार होता है और मानसिक संतुलन को भी बनाने में बहुत मददगार है।
ब्लड प्रेशर कम करने के अन्य मंत्र
ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए ध्यान, योग, नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, यहां कुछ और मंत्र हैं जो आपको ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं:
- “ओम नमः शिवाय” – यह मंत्र मन को शांत रखने में मदद करता है और ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है।
- “ओम हं हंसः” – यह मंत्र दिल की धड़कन को नियंत्रित करने में मदद करता है और ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है।
- “ओम नमो भगवते वासुदेवाय” – यह मंत्र मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है और ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है।
- “हरि हरि ओम” – यह मंत्र दिल की धड़कन को नियंत्रित करने में मदद करता है और ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है।
- मंत्र जाप: “ॐ नमः शिवाय” या “ॐ गं गणपतये नमः” जैसे मंत्रों का जाप करने से शांति मिलती है जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है।
- शांति मंत्र: “ॐ शांति: शांति: शांति:” – इस मंत्र को ध्यान से बोलें और समय-समय पर अपने शांति को बनाए रखें।
- ॐ श्री अमृतसंजीवन्यै नमः।
- ॐ श्री धन्वन्तरये नमः रोगं नाशय नाशय।
आप इनमे से कोई एक मंत्र को नियमित रूप से जपते हैं तो यह आपके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलता है। इसके साथ-साथ अपने डॉक्टर से सलाह लेना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
ब्लड प्रेशर कम करने के अन्य उपाय
हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए निम्न बातों भी अपने जीवन शैली में अवश्य शामिल करना चाहिए।
- जंक फ़ूड का सेवन वर्जित
- नमक का परित्याग
- धूम्रपान का परित्याग
- साबुत व अंकुरित अनाज का सेवन
- नियमित व्यायाम व आसन
- स्वस्थ भोजन
मंत्र का उपयोग ब्लड प्रेशर कम करने के लिए उन लोगों को करना चाहिए जो इससे ग्रसित ना हो। यदि आप सामान्य जीवन मे मंत्र जाप करते हैं तो निश्चित रूप से फायदा मिलता है किन्तु आपको ब्लड प्रेशर पहले से है अथवा ब्लड प्रेशर से ग्रसित हैं तो आप मंत्र जाप के साथ साथ अपने डॉक्टर से परामर्श निश्चित ही लें अन्यथा यह रोग और गंभीर रूप ले सकता है।
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