Gripe Water Uses in Hindi | ग्राइप वाटर कितने महीने के बच्चे को देना चाहिए

नवजात शिशु या छोटे बच्चे कभी-कभी किसी स्पष्ट कारण के बिना रोने लगते हैं। उनकी नैपी साफ़ और ताज़ा है, अभी अभी पिया है मतलब पेट भरा हुआ है, बिल्कुल आराम की स्थिति मे है और आस-पास कुछ भी कठोर या असुविधाजनक वस्तु नहीं है फिर भी आप उन्हें अनियंत्रित रूप से रोते हुए पाएंगे।

विशेषज्ञों के अनुसार, इसका कारण पेट का दर्द या कोलिक हो सकता है क्योंकि नवजात बच्चों की आंतें अभी भी विकसित हो रही हैं और नए पोषण मां के दूध के साथ तालमेल बिठा रही हैं। यह परिवर्तन अथवा तालमेल असुविधा और दर्द का कारण बन सकता है। ग्राइप वॉटर का उपयोग करने से पहले इसके बारे में जानकारी (Gripe Water Uses in Hindi) प्राप्त करना जरूरी है जैसे कि ग्राइप वाटर कितने महीने के बच्चे को देना चाहिए, ग्राइप वाटर कितना देना चाहिए, ग्राइप वॉटर के नुकसान और फायदे क्या-क्या हैं इत्यादि।

Gripe Water Uses in Hindi
Gripe Water

आपने कई अभिभावकों को बच्चों को ग्राइप वॉटर देते देखा होगा। ग्राइप वॉटर कई कंपनियों द्वारा उत्पादन किया जाता है। यह छोटे बच्चों के पेट से जुड़ी कई समस्याओं के उपचार में मदद करता है। ग्राइप वॉटर किसी भी मेडिकल स्टोर पर आसानी से उपलब्ध होता है। शिशुओं में अक्सर कब्ज, पेट दर्द और अन्य पेट संबंधित समस्याएं होती रहती हैं। इसका उपयोग इन समस्याओं के इलाज के लिए प्राचीन समय से किया जाता रहा है।

What is Gripe Water | ग्राइप वाटर

ग्राइप वॉटर एक पेय पदार्थ है जो जड़ी-बूटियां मिलाकर बनाई जाती हैं। यह बच्चों को होने वाली गैस की समस्या से आराम देता है। ग्राइप वॉटर बच्चों की पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और उन्हें आराम प्रदान करता है जिससे गैस के साथ-साथ पेट की अन्य समस्याओं में भी राहत मिलती है। हालांकि, वैज्ञानिक शोध के अनुसार ग्राइप वॉटर को शिशु को देना उचित नहीं है लेकिन पारंपरिक मान्यताओं के आधार पर इसे शिशु को दिया जा रहा है। इसलिए जरूरी है कि आप डॉक्टर की सलाह के बाद ही शिशु को ग्राइप वाटर दें।

Gripe Water Uses in Hindi | ग्राइप वाटर का उपयोग

ग्राइप वॉटर एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है जो छोटे बच्चों को पेट दर्द और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए उपयोग किया जाता है। यह कई प्राकृतिक तत्वों से बना होता है जो शिशु के पेट की समस्याओं को कम करने में मदद कर सकते हैं।

Gripe Water for Baby | ग्राइप वाटर फॉर बेबी

आपके शिशु का पाचन तंत्र जन्म के बाद कुछ महीनों तक अभी भी संवेदनशील और विकसित होता रहता है। हालांकि निर्माताओं का दावा है कि शिशु को दो सप्ताह की उम्र से ही ग्राइप वॉटर देना सुरक्षित है लेकिन ऐसा करने से बचें। माँ के दूध के अतिरिक्त, शिशु के लिए ग्राइप वॉटर को संबंधित बाल रोग विशेषज्ञों से डिस्कस करें और उन्हें आपके बच्चे के स्वास्थ्य, ट्रीट्मेन्ट रिकार्ड और पोषण संबंधी आवश्यकताओं के आधार पर निर्णय लेने दें।

Gripe Water Ingredients | ग्राइप वाटर सामग्री

ग्राइप वॉटर को सूखे पानी के रूप में भी जाना जाता है। अलग-अलग ब्रांडस् के पास बच्चों के लिए ग्राइप वॉटर तैयार करने के अलग-अलग फॉर्मूले होते हैं। ग्राइप वॉटर लिक्विड रूप में आता है जो एक हर्बल से बनाया जाता है। आजकल आमतौर पर ग्राइप वॉटर में सौंफ, अदरक, मुलेठी, कैमोमाइल, डिल, पेपरमिंट, नींबू बाम और अन्य प्राकृतिक तत्व होते हैं जो बच्चों के लिए दर्द निवारक होते हैं और बच्चों के लिए कम मात्रा में सुरक्षित होते हैं तथा गैस व पेट दर्द से राहत प्रदान करते हैं।

पुराने समय में, ग्राइप वॉटर में अल्कोहल, चीनी और कुछ अन्य हानिकारक तत्व होते थे जो नवजात बच्चों के लिए अनुपयुक्त थे। इसलिए, उन्हें बंद कर दिया गया और बच्चों के लिए एक सुरक्षित रूप में ग्राइप वॉटर तैयार किया गया।

Gripe Water Age Limit | ग्राइप वाटर कितने महीने के बच्चे को देना चाहिए

ग्राइप वॉटर के निर्माता कॉम्पनियाँ दावा करते हैं कि दो सप्ताह तक के नवजात शिशु को ग्राइप वॉटर दिया जा सकता है लेकिन इसे एक महीने के बाद ही शिशु को देना चाहिए क्योंकि इतनी कम उम्र में बच्चों का डाइजेशन सिस्टम फुली डैवलप्ड नहीं होता है। कुछ लोगों का मानना है कि छह महीने तक के शिशु को सिर्फ़ मां का दूध या फॉर्मूला मिल्क ही देना चाहिए। इसलिए शिशु को ग्राइप वॉटर देने से पहले पेडियाट्रिशियन से परामर्श करना उत्तम होगा।

How to give Gripe Water to Babies? | बच्चों को ग्राइप वॉटर कैसे दें?

शिशु को दूध पिलाने के लगभग दस मिनट बाद ग्राइप वॉटर देना सही रहता है। आप चम्मच या ड्रॉपर का उपयोग करके ग्राइप वॉटर दे सकते हैं। ग्राइप वॉटर को हमेशा शिशु के दूध पीने या खाना खाने के 10 से 15 मिनट के बाद देना चाहिए। बॉटल पर लिखे निर्देशों के अनुसार सही मात्रा में बच्चे को पिलाएं।

Gripe Water Dosage for Newborn | ग्राइप वाटर कितना देना चाहिए

नवजात शिशु के लिए ग्राइप वॉटर की मात्रा को संबंधित डॉक्टर या चाइल्ड स्पेशियलिस्ट से परामर्श करना बेहतर होगा। अमान्य मात्रा के इस्तेमाल से नुकसान हो सकता है। आमतौर पर नवजात शिशु को ग्राइप वॉटर की मात्रा को उनके बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद ही तय किया जाता है। इसे सामान्यतः दिन में तीन बार तक दिया जाता है लेकिन शुरुवात में लगभग 5 एमएल की मात्रा दिन में एक बार ही दें और इसका असर देखने के बाद ही इसकी मात्रा को बढ़ाएं।

Gripe Water Benefits | Gripe Water Side Effects | ग्राइप वाटर के फायदे और नुकसान

Gripe Water Benefits | ग्राइप वॉटर के फायदे

नवजात शिशु के लिए ग्राइप वॉटर के कई लाभ होते हैं। ग्राइप वॉटर में मौजूद जड़ी-बूटियों के प्राकृतिक तत्वों का उपयोग शिशु के स्वास्थ्य को संतुलित और स्वस्थ रखने में मदद करता है। छोटे बच्चों के लिए ग्राइप वॉटर के फायदे कई सारे होते हैं। बच्चे के पांच से छह महीने की उम्र में, जब बॉटल फीड या सॉलिड फूड की शुरुआत होती है, तब कभी-कभी उसका पाचन प्रक्रिया सही तरह से नहीं हो पाता, जिससे उसे गैस की समस्या हो सकती है। ग्राइप वॉटर में मौजूद जड़ी-बूटियाँ गैस या पाचन संबंधी समस्याओं के कारण होने वाले दर्द को कम करती हैं जिससे आपके बच्चे को आराम करने और बेहतर नींद लेने में मदद मिलता है।

इसके अलावा, दांत निकलने का समय बच्चे को लूज मोशन, पेट और मसूड़ों में दर्द हो सकता है। ऐसे समय में, ग्राइप वॉटर उल्टी, पेट में फूलना, गैस और पेट की कई सारी तकलीफों से राहत दिलाता है। क्योंकि सौंफ इसका मुख्य इंग्रिडिएंट है जो पेट की सामान्य समस्याओं में यह बहुत ही प्रभावी होता है।

Gripe Water Side Effects | ग्राइप वॉटर के दुष्प्रभाव

सदियों से लोग अपने बच्चों को ग्राइप वॉटर देते आ रहे हैं और इसके कोई महत्वपूर्ण नकारात्मक प्रभाव नहीं हैं। हालांकि, यदि आपके बच्चे को ग्राइप वॉटर में मौजूद किसी भी तत्व से एलर्जी है, तो उन्हें पेट में जलन या त्वचा पर रेशेस जैसी एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है। कुछ बच्चों के लिए ग्राइप वॉटर पीने के बाद भी अधिक समय तक सोने की आदत हो सकती है।

नवजात शिशु के लिए ग्राइप वॉटर के साइड इफेक्ट्स कुछ मामूली हो सकते हैं। कुछ बच्चों को इसके सेवन से कुछ तत्वों के प्रति एलर्जी हो सकती है जो उनके शरीर को प्रभावित कर सकती है। कुछ शिशुओं को इसका सेवन करने से पेट की समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि कब्ज, उल्टी, पेट दर्द, त्वचा पर रेशेस, त्वचा में खुजली, आंखों से पानी आना आदि। अगर आपका शिशु किसी ऐसे रिएक्शन का सामना करता है तो तुरंत बच्चे को ग्राइप वॉटर देना बंद कर दें और अपने चाइल्ड स्पेशियलिस्ट डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ग्राइप वॉटर का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

Gripe Water Alternatives | ग्राइप वॉटर के विकल्प

सभी माता-पिता को अपने शिशु के लिए ग्राइप वॉटर का उपयोग करना आसान नहीं होगा क्योंकि कुछ शोधकर्ता और विशेषज्ञ इसे अनुशंसा नहीं करते हैं। मुख्य रूप से स्टोर से खरीदे गए बड़े पैमाने पर उत्पादित और पैकेज्ड ग्राइप वॉटर के लिए आप कभी भी स्वच्छता के बारे में पूरी तरह से निर्भर नहीं रह सकते। तो क्या कुछ अन्य विकल्प हैं? नीचे दिए गए कुछ सुझावों पर विचार करें:

  • कोलिक मसाज – अपने बच्चे के पेट में दक्षिणावर्त हल्की मालिश करने और उनके पैरों को साइकिल चलाने की गति में घुमाने से वे गैस से राहत मिलता है जिससे पेट के दर्द में कमी हो सकती है।
  • स्वैडलिंग – बच्चे को नरम और सांस लेने योग्य मलमल स्वैडल में लपेटने से वे आरामदायक महसूस करते हैं गैस और पेट के दर्द से राहत मिलत है जिससे उनकी नींद भी ठीक से आ सकती है।
  • मिल्क बोतल या फॉर्मूला बदलें – कभी-कभी, निप्पल का प्रवाह या आप जिस विशेष फॉर्मूला का उपयोग कर रहे हैं वह बच्चे के लिए उपयुक्त नहीं होता जिससे पेट में दर्द हो सकता है। बच्चे के लिए सबसे उपयुक्त फॉर्मूला और बोतल की चुनाव करने के लिए उनके बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लें।
  • गैस ड्रॉप्स – यदि बच्चे को पेट के दर्द की गंभीर समस्या है तो डॉक्टर गैस ड्रॉप्स लिख सकते हैं जो गैस को कम करने में मदद करता है और बच्चे को शांति और दर्द रहित नींद में मदद मिलता है। कुछ विशेषज्ञ गैस ड्रॉप्स का सुझाव देते हैं जो ग्राइप वॉटर के बजाय अधिक सुरक्षित हो सकते हैं।
  • ब्रेस्टफीडिंग – ब्रेस्टफीडिंग मां अपने आहार में गैस पैदा करने वाली चीजें ना खाएं, जैसे कि मसालेदार खाना, ठंडी प्रकृति के फल और सब्जियाँ, इत्यादि। इससे भी बच्चे को गैस नहीं होगी।
  • कपड़े का चुनाव – बच्चों को मौसम के अनुसार कपड़े पहनाएं ताकि उन्हें संतुलित रखा जा सके। कभी-कभी शिशु ठंड लगने से या गर्मी लगने से भी रोते हैं
  • शिशु को डकार लेने के लिए प्रेरित करें ताकि उनका पाचन सही ढंग से हो सके।
  • बच्चों को कम से कम छह महीने तक मां का दूध ही पिलाना चाहिए।

आपके बच्चे के लिए ग्राइप वॉटर देने का निर्णय पूरी तरह से आपका है। जब आपको आवश्यक जानकारी प्राप्त होती है और आप शिशु के लिए ग्राइप वॉटर के लाभ, जोखिम और उपयोग को समझते हैं तब आप निर्णय लेने के लिए तैयार होते हैं। बस यह सुनिश्चित करें कि आप इस निर्णय को लेने से पहले अपने बच्चे के डॉक्टर से सलाह लिया है। जब तक आपका बच्चा ठोस आहार लेना शुरू नहीं करता तब तक डॉक्टर को उन सभी खाद्य पदार्थ के बारे में जानकारी होनी चाहिए जो आपके बच्चे का आहार माँ के दूध के अलावा है।

Things to consider when choosing Gripe Water | ग्राइप वॉटर चुनते समय ध्यान देने योग्य बातें

नवजात शिशु के लिए ग्राइप वॉटर का चयन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। पहले, सुनिश्चित करें कि ग्राइप वॉटर उन्हीं सामग्रियों से बनाया गया है जो उनके उम्र के लिए सुरक्षित और उपयुक्त हैं। दूसरे, निश्चित करें कि उत्पादक कंपनी प्रमाणित और विश्वसनीय है। तीसरे, सावधानी से उत्पाद के निर्देशों का पालन करें और स्वच्छता का ध्यान रखें। अंत में, अपने पेडियाट्रिशियन से परामर्श करें और उनकी सलाह लें क्योंकि वे आपके शिशु के लिए सबसे अच्छे और सुरक्षित विकल्प को सुझा सकते हैं। निम्न बिन्दुओं को भी ध्यान मे रखा जाना चाहिए।

  1. डॉक्टर की सलाह के बिना, आपको ग्राइप वॉटर पेश करने वाले कई ब्रांड मिल सकते हैं। ऐसा उत्पाद चुनें जो किसी विश्वसनीय और प्रमुख ब्रांड द्वारा बनाया गया है।
  2. यदि कोई वस्त्र या प्रोडक्ट बच्चों के लिए सुरक्षित होने का प्रमाण प्राप्त करने के लिए लाइसेंस प्राप्त किया है, तो वही का चयन करें।
  3. अल्कोहल संयुक्त ग्राइप वॉटर प्रतिबंधित है, लेकिन यह नियम कभी-कभी उल्लंघित होता है। इसलिए, खरीदने से पहले उत्पाद की जाँच करें और प्राकृतिक उत्पाद चुनें।
  4. अन्य माता-पिता की व्यक्तिगत सलाह पर भी ध्यान दें, जो इसे पहले ही उपयोग कर रहे हों।
  5. कई ब्रांड अनुसार, बच्चों को ग्राइप वॉटर को सप्ताह की उम्र से ही देना चाहिए, हालांकि डॉक्टर और स्तनपान विशेषज्ञ इस बारे में अन्य राय रखते हैं। उनका कहना है कि छह महीने तक बच्चों को मां के दूध या बेबी फार्मूला के अलावा कुछ नहीं दिया जाना चाहिए। इसलिए, अपने बच्चे को ग्राइप वॉटर देने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।
  6. जब भी आप अपने बच्चे को ग्राइप वॉटर देना शुरू करें, तो उसके दूध पीने के 10 मिनट बाद दें।

आशा है कि आपको आज की यह जानकारी “ग्राइप वॉटर के नुकसान और ग्राइप वॉटर कितने महीने के बच्चे को देना चाहिए” अच्छी लगी होगी। इस जानकारी को सोशल मीडिया पर जरूर से जरूर शेयर करें।

FAQs

मुझे अपने बच्चे को कितना ग्राइप वॉटर देना चाहिए?

ग्राइप वॉटर के किसी भी ब्रांड के लिए सुझाई गई खुराक का उल्लेख पैकेजिंग पर किया जाएगा। हालांकि, इसे बच्चे को नियमित रूप से देने से पहले इसे बाल रोग विशेषज्ञ के पास ले जाना सुरक्षित है।

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