अलसी के फायदे और नुकसान

अलसी एक बीज है जो फ्लैक्स सीड के नाम से भी जाना जाता है। यह बीज लगभग सभी भारतीय घरों में पाया जाता है और आमतौर पर उत्तर भारत में बहुत ज्यादा प्रयोग होता है। अलसी बीज में विटामिन, खनिज तत्व और वसा पर्याप्त मात्रा मे पाया जाता है जो इसे एक सम्पूर्ण स्वस्थ खाद्य पदार्थ बनाते हैं। आलसी को भिगोकर, भूनकर  और पीसकर भी उपयोग में लाया जाता है। इसके बीज तेल का भी उत्पादन किया जाता है जो स्वस्थ व्यक्ति के लिए फायदेमंद होता है।अलसी को एक स्वस्थ आहार के रूप में लिया जाता है, जिससे शरीर को आवश्यक विटामिन, खनिज तत्व और वसा मिलते है। अलसी के फायदे और नुकसान भी देखने को मिलते हैं।

अलसी के फायदे और नुकसान

अलसी के फायदे और नुकसान – Advantages and Disadvantages of Flax Seed

अलसी का पौधा लगभग 1 से 2 फुट ऊंचा फूलदार होता है, जो तने और पत्तों के साथ बढ़ता है। इसके फूल नीले रंग होते हैं जो बीज के रूप में परिणत होते हैं।अलसी का फल छोटे से गुच्छे में होते हैं जो बीजों से भरे होते हैं। भारत में अलसी का उत्पादन करने वाला प्रमुख राज्य उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान व उड़ीसा है। आलसी के बीज से तेल निकाला जाता है जो खाने मे रोटी, नान, पूरी आदि बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा इसका तेल का प्रयोग वार्निश, रंग, साबुन, रोगन, पेन्ट तैयार करने में किया जाता है। अलसी का पाउडर आयुर्वेदिक औषधियों में भी उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, अलसी के पत्तों का सेवन सलाद या सूप के रूप में भी किया जाता है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। 

अलसी के फायदे – Benefits of Flax Seeds

1. त्वचा के लिए लाभदायक (Good for Skin)

अलसी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद विटामिन ई, ओमेगा-3 फैटी एसिड और अन्य विटामिन के कारण यह त्वचा के लिए बहुत उपयोगी होता है।अलसी के बीजों से निकाला गया तेल त्वचा को नमी प्रदान करता है और त्वचा के लिए स्वस्थ धातुओं के निर्माण में मदद करता है। इसके उपयोग से  त्वचा चमकदार और स्वस्थ रहती है। अलसी में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण त्वचा को दाग-धब्बों, झुर्रियो को कम करते हैं और त्वचा की कोशिकाओ को डैमेज होने से बचाते हैं। अलसी के पाउडर को शहद या दूध के साथ मिश्रित करके त्वचा पर लगाने से त्वचा का रंग साफ होता है और त्वचा नरम और चमकदार बनती है।

2. वजन कम करने मे लाभदायक (Beneficial for Weight Loss)

अलसी के बीज में मौजूद फाइबर, प्रोटीन, ऑमेगा-3 फैटी एसिड और अन्य पोषक तत्वों के कारण इसका उपयोग वजन कम करने में फायदेमंद हो सकता है।अलसी में मौजूद म्यूसिलेज फाइबर के कारण यह भोजन के बाद भूख कम करता है और आपको अधिक खाने से बचता है। इसमें मौजूद ऑमेगा-3 फैटी एसिड मेटाबोलिज्म को तेज करता है जो वजन कम करने में मदद करता है। अलसी में मौजूद पर्याप्त फाइबर शरीर से विषैले पदार्थों को निकालता है और आंत में शोषक क्रिया को बढ़ाता है जो वजन कम करने में मदद करता है।

3. पाचन क्रिया मे लाभदायक (Good for Digestion)

अलसी में मौजूद फाइबर, प्रोटीन, लिग्निन और अन्य पोषक तत्वों के कारण, इसका पाचन में लाभ होता है। अलसी मे घुलनशील फाइबर और अघुलनशील फाइबर दोनों तरह का फाइबर पाये जाते है जो पाचन क्रिया मे मदद करते हैं। जिसमे घुलनशील फाइबर मल को साफ्ट बनाता है वही अघुलनशील फाइबर अंत की सफाई के जरिए मल त्यागने मे मदद करता है। अलसी में मौजूद अल्फा-लिनोलेनिक एसिड भी पाचन के विभिन्न क्रियाओ मे सहायता प्रदान करता है। यह एसिड आंतरिक तंत्र के स्वस्थ विकास के लिए जरूरी होता है जिससे पाचन से संबंधित समस्याओं को कम करने मे मदद मिलता है।

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4. डायबिटीज कंट्रोल करने मे लाभदायक (Beneficial in Controlling Diabetes)

अलसी मे लिग्निन नामक एक महत्वपूर्ण घटक अलसी में मौजूद होता है, जो इन्सुलिन के स्तर को कम करने में मददगार होता है और इससे उच्च रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इसके अलावा अलसी में पाया अजने वाला आयरन, विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन बी, के और फैटी एसिड भी होते हैं, जो रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसलिए, अलसी डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत लाभदायक होता है।

5. कैंसर मे लाभदायक (Beneficial in Cancer)

अलसी एक प्राकृतिक उपचार है जो कैंसर के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकता है। अलसी में विटामिन ई, ओमेगा-3 फैटी एसिड, लिग्निन, फाइटोएस्ट्रोजन और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो शरीर को कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं। अलसी के बीजों का उपयोग अधिकतर ब्रेस्ट, कोलोरेक्टल, प्रोस्टेट और लंबी आंत कैंसर के खतरे को कम करने में किया जाता है।

6. ब्लड प्रेशर मे लाभदायक (Beneficial in Blood Pressure)

अलसी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड और लाइनोलेनिक एसिड ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा अलसी में मौजूद विटामिन सी, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, और जिंक जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मदद करते हैं। अलसी के बीजों व पाउडर को दूध, रस, या दूसरी चीजों के साथ मिलाकर लेने से भी ब्लड प्रेशर कम होने में मदद मिलती है।

7. इम्यून सिस्टम के लिए लाभदायक (Beneficial for the Immune System)

अलसी में मौजूद विटामिन सी, विटामिन ई, बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन, एल्फा-लिनोलेनिक एसिड, मैग्नीशियम और लिग्नान आदि तत्वों के कारण यह इम्यून सिस्टम के लिए बहुत फायदेमंद होती है। अलसी में मौजूद एंटी ऑक्सिडेंट रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और विभिन्न तरह के रोगों से बचाता है और  फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं जो शरीर के कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अलसी का उपयोग आंतरिक रोगों, बाह्य रोगों, संक्रमण से लड़ने वाले को शक्ति देने के लिए भी किया जाता है। अलसी एक बेहतरीन विकल्प है जो इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

अलसी के नुकसान – Disadvantages of Flax Seeds 

अलसी या फ्लैक सीड को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है, लेकिन इसके खाने से पहले उसके नुकसानों को भी जानना जरूरी है।

अलसी के नुकसानों में से कुछ हैं:

  1. एलर्जी: अलसी का सेवन करने से एलर्जी का संभावना हो सकता है। यदि आप अलसी से एलर्जी के लक्षण दिखाते हैं, तो इसे लेना बंद कर देना चाहिए।
  2. दस्त: अधिक मात्रा में अलसी का सेवन करने से दस्त की समस्या हो सकती है।
  3. अतिरिक्त वजन: अलसी में विशेष तरह के वसा होते हैं, जो अधिक मात्रा में खाने से वजन बढ़ने का खतरा हो सकता है।
  4. धमनी के जमाव: अधिक मात्रा में अलसी का सेवन करने से धमनी में जमाव हो सकता है, जो चिकनापन और सांस लेने में असुविधा का कारण बन सकता है।
  5. पाचन मे जटिलताएं: अलसी का सेवन शरीर के लिए उत्तम है, लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन आपके पाचन तंत्र के लिए जटिलताएं उत्पन्न कर सकता है।
  6. गर्भवती माँओं को समस्या: अलसी एक स्वस्थ पौधा है जो गर्भावस्था के दौरान लाभदायक होता है, लेकिन इसके अधिक सेवन से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए गर्भवती माताओं को अलसी के अधिक सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। कुछ गर्भवती महिलाएं अलसी का सेवन करने से पहले अलर्जी की समस्या से जूझ सकती हैं। अलसी में ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं। लेकिन अधिक मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड लेने से हार्ट बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। अलसी ब्लड को पतला करता है जो गर्भावस्था के दौरान बहुत खतरनाक हो सकता है जिससे ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। अलसी में लिग्नान होता है, जो हार्मोनल बैलेंस को प्रभावित कर सकता है।इसलिए गर्भवती महिलाओं को अलसी का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
  7. गर्भधारण मे समस्या: अलसी मे अधिक स्ट्रोजन होने के कारण यह शरीर के हार्मोनस को असंतुलित कर सकता है जो गर्भधारण के लिए उचित नहीं है।
  8. आंत की समस्या: अलसी आंत के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होती है, लेकिन अधिक मात्रा में अलसी का सेवन करने से आंत में कुछ नुकसान हो सकते हैं। इसके अधिक उपयोग से आंत में गैस और ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है। इससे बचने के लिए अलसी का सेवन सीमित मात्रा मे रखें। यदि आप पानी या अन्य कोई तरल पदार्थ के साथ इसके सेवन करते है तो इस समस्या से बच सकते है।

यदि आप अलसी का सेवन एक निश्चित व उचित मात्रा मे मतलब सीमित मात्रा मे करते है तो कोई नुकसान नहीं होता है। इसलिए इसका सेवन अधिक मात्रा मे ना करें। सलसी कई बीमारिओ का रामबाण औषधि है इस लिए इसका सेवन अधिकतर लाभदायक ही होता है। यदि आपको इसके सेवन से कोई एलर्जी अथवा अन्य समस्या होता है तो आपको डॉक्टर का परामर्श जरूर लेना चाहिए। 

अलसी का उपयोग कैसे करें – How to use Flaxseed

जैसा कि अब हमे पता चल चुका है कि अलसी को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। यह सेहत के लिए गुणकारी तत्वों से भरपूर है जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। तो आइये अब इसके उपयोग के तरीकों के बारे मे जानते हैं:

  1. अलसी के बीज – अलसी के बीजों को आप सुबह खाली पेट एक गिलास पानी के साथ ले सकते हैं। इससे आपका पेट अच्छे तरह से साफ होता है और  पाचन क्रिया मे सहायता मिलता है साथ ही आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। अलसी के बीज को कच्चा या भूनकर उपयोग करना चाहिए।
  2. अलसी के पाउडर –  अलसी के पाउडर को आप दूध, जूस या शेक में मिलाकर पी सकते हैं। इससे आपके शरीर को आवश्यक पोषण तत्व मिलते हैं जो आपको अधिक ऊर्जा देते हैं।
  3. अलसी का तेल – अलसी का तेल आप सलाद या सब्जियों पर ड्रेसिंग के रूप में या त्वचा के लिए उपयोग कर सकते हैं। इससे आपके त्वचा में मोइस्चर लॉक करने में मदद मिलती है और त्वचा को स्वस्थ रहता है।
  4. अलसी का पानी – अलसी को पानी में भिगोकर रखने के बाद इस पानी को आप पी सकते हैं। इससे आपके शरीर को विटामिन और आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त होते हैं।
  5. ताजा फल और सब्जियों के साथ – अलसी के बीजों को ताजा फल और सब्जियों में मिलाकर खाना सबसे सरल तरीका है। आप उन्हें फल सलाद और सब्जी के साथ मिलाकर खा सकते हैं।
  6. अलसी की चटनी बनाकर – अलसी की चटनी बनाना भी एक अच्छा उपाय हो सकता है। आप इसे हरी धनिया, पुदीना, इमली और मसालों के साथ मिलाकर बना सकते हैं। यह आपके भोजन के साथ सेवन किया जा सकता है।

अलसी का उपयोग करते समय यह ध्यान रहे कि इसका सेवन अधिक मात्रा मे नहीं करना है। एक दिन मे आप एक टी स्पून (एक चम्मच) अलसी अपने डाइट मे शामिल करें। इससे आपका आहार स्वस्थ बना रहेगा और कोई नुकसान होने कि संभवना बिल्कुल नहीं रहेगी।

दोस्तों आशा है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी और आप इसका लाभ उठायेंगे। यदि आपको इस जानकारी से किसी भी तरह का लाभ हुआ है तो आप जरूर कमेन्ट करे इससे हमें प्रसन्नता होगी और प्रोत्साहना भी मिलेगी।

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