विटामिन बी एक कार्बनिक योगिक है जो पानी में घुलनशील होता है। यह मुख्यतः 8 प्रकार का होता है जो शरीर के लिए बहुत आवश्यक है इसलिए इन विटामिन्स के पुरे समूह को “बी काम्प्लेक्स” अथवा “विटामिन बी12” के नाम से जानते हैं। विटामिन बी12 शरीर के उपचयी क्रियाओं में भाग लेकर कोशिकाओं के कार्य को सुनिश्चित करने में मुख्य भूमिका निभाता है। यह विटामिन भी अन्य विटामिन्स की तरह एक स्वस्थ्य शरीर के लिए अति आवश्यक है। विटामिन बी की कमी से होने वाले रोग को कुछ सावधानियों के साथ इसका उपचार कर अपने आप को स्वस्थ रख सकते हैं।
विटामिन बी की कमी से होने वाले रोग
विटामिन बी12 की कमी के कारण विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्यायें उत्त्पन्न होती हैं और कभी-कभी शरीर में इसके कमी के कारण भयंकर व जटिल रोग का भी सामना करना पड़ता है। इस प्रकार के गंभीर बीमारियों के हो जाने से शारीरिक कष्ट के साथ-साथ आर्थिक हानि भी उठाना पड़ता है। विटामिन बी १२ की कमी के कारण शरीर के कई हिस्सो की क्रियायें बाधित हो जाती हैं जिससे शरीर की सपूर्ण प्रणाली पर प्रभाव पड़ता है और तरह-तरह की समस्यायें बढ़ने लगती है।
विटामिन बी12 मस्तिष्क, हृदय और तंत्रिकाओं (Nervous System) के समुचित कार्य के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विटामिन शरीर में ऊर्जा प्रदान करता है और लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है। शरीर में विटामिन बी12 की कमी स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालता है इसलिए जरुरी है कि समय रहते ही विटामिन बी12 की कमी को पहचानकर उचित उपाये किया जाये। विटामिन बी12 की कमी होने पर शरीर में कुछ लक्षण दिखने लगते हैं जिसे जानकर इसका उपचार कर सकते हैं। तो आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
विटामिन बी12 की कमी के लक्षण
- अधिक थका-थका व कमजोर महसूस करना
- भूख में कमी (भूख न लगाना)
- वजन का काम होना
- सामान्यतः उल्टी, दस्त एवं मतली जैसा महसूस होना
- मुंह में छाले एवं दर्द महसूस करना
- स्किन (त्वचा) का पीला पड़ना
- घाव और लाल जीभ (ग्लोसिटिस) ।
- मुंह का अल्सर।
- गर्भवती महिलाओं को अस्वस्थ होना
- कब्ज की शिकायत होना
- हाथ व पैर का सुन्न होना
- हाथ एवं पैर में झुनझुनी होना
- दृष्टि दोष (नज़रों में कमजोरी)
- सांस का फूलना
- सिरदर्द एवं कान बजना
- खून की कमी
- कमर दर्द
- भ्रमित होना व किसी बात को ठीक से याद नहीं रख पाना
- चलने और बोलने में असहज होना
- हमेशा उदास अनुभव करना
- चिड़चिड़ा हो जाना
- हमेशा थका हुआ महसूस करना आराम करने के बाद भी फ्रेश फील नहीं करना
- किसी भी चीज को महसूस करने में एक अलग बदलाव का अनुभव करना
- आपके तरीके और व्यवहार में बदलाव होना व व्यवहार असहज अनुभव करना
- मानसिक क्षमता में कमी व बदलाव (जैसे याददाश्त, समझ और निर्णय में कठिनाई होना)
- मन विचलित होना, मन स्थिर नहीं रहना (मनोविकृति)
- डिमेंशिया (मनोभ्रंश एक सिंड्रोम है जो सोच-विचार, अभिविन्यास, समझ, गणना, सीखने की क्षमता, भाषा और निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करता है।
- डिप्रेशन (अवसाद, तनाव)
- अजीब तरह की संवेदना अथवा सनसनी का होना जो सामान्य से अधिक हो (जैसे गुदगुदी न होना, चिटी का कोई विशेष अहसास न होना या दर्द में कमी)
विटामिन बी12 की कमी के क्या कारण हैं?
विटामिन बी12 की कमी के कई कारण हो सकते हैं। कुछ कारण सामान्य होते है और कुछ विशेष परिस्थितियों में होते हैं जो निम्न प्रकार के हो सकते हैं।
सामान्य कारण
विटामिन बी का कम अवशोषण : विटामिन बी12 पानी में घुलनशील विटामिन है जो किडनी के माध्यम से (यूरिन करते समय) शरीर से बाहर निकल जाता है। अपने आहार के माध्यम से जो विटामिन बी12 आपके शरीर को प्राप्त होता है तो जरुरी है कि शरीर इसको उचित मात्रा में अवशोषित करे अन्यथा यह पानी के साथ मिलकर शरीर से बाहर निकल सकता है और विटामिन बी12 की कमी होने लगता है।
विटामिन बी12 युक्त आहार न खाना : यदि आप अपने आहार में स्वस्थ भोजन नहीं खा रहे हैं तो इसके कारण भी इस विटामिन की कमी हो सकती है।
शाकाहरी भोजन : विटामिन बी12 की अधिक मात्रा पशुओं से प्राप्त भोजन में होता है यदि आप शाकाहरी भोजन में विटामिन बी युक्त खाद्य पदार्थ नहीं ले प् रहे हैं तो आप मांस, मछली का उपयोग कर सकते हैं।
विशेष कारण
गैस्ट्राइटिस (Gastritis) : गैस्ट्राइटिस यानी जठरशोथ के कारण पेट की परत पर जलन या सूजन हो जाता है जो विटामिन बी12 की कमी का एक सामान्य कारण होता है। इसके कारण आपके पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की कमी हो जाती है जो विटामिन बी12 के अवशोषण के लिए आवश्यक एसिड है जिसके कारण विटामिन बी12 की कमी हो सकता है।
घातक रक्ताल्पता (Pernicious Anemia) : यह एक ऐसी है जिसमे लाल रक्त कोशिकायें कम हो जाती हैं और उत्तको तक स्वस्थ एवं पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता जिस कारण से विटामिन बी का अवशोषण ठीक तरह से नहीं हो पता और विटामिन बी की कमी हो जाता है।
पाचन प्रक्रिया (Digestion Process) : पाचन प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले रोग जैसे कब्ज, पाइल्स, एनल फिशर, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम, पेट में छाले, अल्सरेटिव कोलाइटिस, गर्ड या एसिड भाटा रोग, गाॅलस्टोन , सीलिएक रोग, क्रोन रोग हैं जो पेट में होने वाली सभी क्रियाओं को बिगाड़ देते हैं जिस कारण विटामिन बी ठीक तरह से अवशोषित नहीं हो पाता और इसकी कमी हो जाती है।
सर्जरी (Surgery) : ऐसे लोग जिनकी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी (Gastrointestinal Surgery) हुई होती है उन्हें विटामिन बी12 की कमी की संभावना अधिक हो सकती है।
अधिक शराब का सेवन (Alcoholic) : अधिक शराब का सेवन कई प्रकार की आन्तरिक क्रिया को नुकसान पहुँचता है यह भी विटामिन बी की कमी का कारण हो सकता है।
दवायें (Medicines) : कुछ दवाओं के नियमित सेवन के कारण भी शरीर में विटामिन बी12 की अवशोषण प्रक्रिया बाधिक होता है जिससे विटामिन बी12 की कमी हो सकता है।
अन्य (Others) : अधिक व नियमित तनाव, पित्त की समस्या भी शरीर में विटामिन बी12 की कमी का कारण बन सकता है।
विटामिन बी12 की कमी से रोग
विटामिन बी12 की कमी के कारण अनेको रोग हो सकते हैं जिसमे कुछ का इलाज विशेष सावधानिओं को बरतकर कर सकते हैं किन्तु कुछ ऐसी बीमरियाँ जिसके इलाज में काफी समय लग सकता है।
- एनीमिया
- हड्डियों से संबंधित बीमारी
- डिमेंशिया (विक्षिप्त अवस्था)
- भूलने की बीमारी
- तंत्रिका-तंत्र को स्थाई क्षति
- गर्भवती व स्तनपान करा रही महिलाओं का अस्वस्थ होना
- महिलाओं में अस्थाई बांझपन
- पेट या क्रॉन रोग
कुछ बीमारियों को आप लक्षण शीर्षक से भी ले सकते हैं क्योंकि लम्बे समय तक दिखने वाले लक्षण ही रोग का रूप लेते हैं।
विटामिन बी12 की कमी का इलाज या उपाय
विटामिन बी12 की कमी को इसके कमी के कारण के आधार पर इलाज करना चाहिए और कारण के आधार पर इलाज करते समय यह भी सुनिश्चित होना चाहिए की जब तक विटामिन बी का स्तर शरीर में सामान्य नहीं जाता तब तक इसका उपचार करना पड सकता है, कुछ परिस्थितियों में मरीज का इलाज अथवा थेरेपी पूरी लाइफ करना पड सकता है।
विटामिन बी12 की कमी के कारण होने वाली समस्याओं को ठीक करने के लिए आवश्यक है कि विटामिन बी12 युक्त आहार का सेवन किया जाये जिससे इसकी पूर्ति हो सके। वैसे एक स्वस्थ आहार में सभी तरह के विटामिन्स, मिनरल्स, आदि पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पायें जाते हैं फिर भी यदि आपका विटामिन बी की कमी को ही पूरा करना है तो आप निचे दिए गए ऑप्शन को चुन सकते है।
जैसे : विटामिन बी12 युक्त पर्याप्त आहार, कुछ सप्लीमेंट्स, विटामिन बी12 के लिए दवा, इंजेक्शन, अथवा विटामिन बी12 का नाक जेल व स्प्रे।
विटामिन बी12 की कमी को दूर करने का सबसे आसान उपाय आहार में स्वस्थ आहार (विटामिन बी युक्त आहार) का सेवन करना है। फिर भी यदि इस प्रकार के आहार लेने के बाद परेशानी ठीक नहीं होती है तो आपको डॉक्टर का सलाह आवश्य लेना चाहिए।
विटामिन बी12 युक्त आहार अथवा विटामिन बी12 के स्रोत
विटामिन बी12 को पर्याप्त मात्रा में ग्रहण करने के लिए निचे दिये गए विकल्पों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए जिसमे विटामिन बी प्राचुर मात्रा में पाया जाता है।
सब्जियां : सोयाबीन, पालक, चुकंदर, आलू, मशरूम, अल्फाल्फा, सोया दूध, ब्रोकली, मशरूम
शाकाहारी पशु खाद्य पदार्थ : दूध, दही, पनीर, खोवा
मांसाहरी पशु खाद्य पदार्थ : रेड मीट, मछली, चिकन, अंडा
फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ : यह कुछ प्रकार के ऐसे खाद्य पदार्थ है जिसमे कुछ प्रोसेसिंग के बाद विटामिन युक्त हो जाता है जैसे अनाज, खमीर, पौधों के दूध, व कुछ विशेष प्रकार के ब्रेड।
विटामिन बी12 सप्लीमेंट्स : मल्टीविटामिन्स टेबलेट्स, विटामिन बी काम्प्लेक्स केप्सूल, इंजेक्क्शन, और विटामिन बी12 का नाक जेल व स्प्रे।
विटामिन बी12 का दुष्प्रभाव
यदि किसी भी प्रकार के विटामिन बी की उच्च खुराक ले लिया जाये तो उसके कई साइड इफेक्ट हो सकते हैं। चूंकि साइड इफेक्ट सामान्यतः बहुत अधिक नहीं होते फिर भी इसका सामना करना पड़ सकता है। ये साइड इफेक्ट जैसे मुंहासा, चकत्ते, उच्च रक्त चाप (हाई ब्लड प्रेसर), पेट का दर्द, मतली, काला मल, कब्ज व जल्दी-जल्दी यूरिन आना।
विटामिन बी12 की कमी का उच्च जोखिम किसको है?
वैसे तो इसका कमी किसी को भी हो सकता है किन्तु ज़्यदातर मामले वृद्ध व्यक्ति जिसका उम्र 50 वर्ष या उससे अधिक का हो, शाकाहारी, वे नवजात शिशु जिनकी माँ शाकाहारी हो और केवल स्तनपान कर रहा हो, ऐसे लोग जिनकी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की सर्जरी हुई हो, कुपोषित व्यक्ति व अधिक शराब सेवन करने वाले व्यक्तियों में अधिक देखने को मिलते हैं।
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