सहजन के फल, फूल, पत्ती Sahjan Ki Fali प्राकृतिक स्वास्थ्य का खजाना 15

प्रकृति ने हमें अनगिनत रूपों में वरदान दिए है सहजन का पेड़ इनमें से एक है। सहजन का पेड़ जिसे ‘मोरिंगा’ भी कहा जाता है प्राकृतिक स्वास्थ्य और पोषण का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। इसके फायदे अनगिनत हैं जिसके पत्तों, फूलों और फलों ‘Sahjan Ki Fali’ का उपयोग स्वास्थ्य लाभ के लिए किया जाता है। यह एक ऐसा वरदान है जिसने वैज्ञानिकों, चिकित्सकों और आयुर्वेदिक विशेषज्ञों की नजरों में एक विशेष स्थान है। विज्ञान ने प्रमाणित किया है कि इस पेड़ का हर अंग स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है।

Sahjan Ki Fali

ज्यादातर भारतीय इससे सहजन की सब्जी, सांभर व अन्य भोजन बनाते हैं। इसके पत्तों, फूलों और फलों में पर्याप्त पोषण तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के विभिन्न स्वास्थ्य मे लाभ पहुंचाते हैं। सहजन लम्बी फली वाली एक सब्जी का पेड़ है जो भारत और दुनिया भर में उगाया जाता है। सहजन के पेड़ के पत्तियाँ घने, लम्बे और हरे रंग की होती हैं उनका आकार दीपक की तरह होता है। फूल भी खूबसूरत होते हैं जो पीले या सफेद रंग के होते हैं। उनका आकार छोटा और गुच्छे में होते है। इसके फल (फली) लम्बे रेसेदार हरे के होते हैं जिसके अन्दर बीज होते हैं।

सहजन की पत्ती के फायदे : Moringa Leaves in Hindi – Sahjan Ke Fayde

सहजन की पत्तियों में प्रोटीन्स, विटामिन B6, विटामिन C, विटामिन A, विटामिन E, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम और जिंक जैसे तत्व पाए जाते हैं। सहजन की पत्ती प्रोटीन का भी बेहतरीन स्रोत हैं। एक कप ताजी पत्तियों में 2 ग्राम प्रोटीन होता है। सहजन के पत्ते से मिला प्रोटीन किसी भी प्रकार से मांसाहारी स्रोतों से मिले प्रोटीन के बराबर होता है क्योंकि इसमें सभी आवश्यक एमिनो एसिड्स पाए जाते हैं।

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सहजन की फली के फायदे : Moringa Fali in Hindi – Sahjan Ki Fali Ke Fayde

सहजन के फली में विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन व अन्य पोषण तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से शरीर का पोषण स्तर बना रहता है और हमें स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। सहजन के फली का सेवन आंत्र और पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद फाइबर पाचन क्रिया मे सहायक होता है और कब्ज की समस्या से राहत प्रदान करता है। सहजन के फली में एंटी ऑक्सिडेंट गुण होते हैं जो रक्त की संरचना को बेहतर बनाते हैं और रक्तदाब को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। सहजन के फली में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स होते हैं जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।

सहजन की फूल के फायदे : Moringa Flowers in Hindi – Sahjan Ke Ful Ke Fayde

सहजन के फूल, जिन्हें ‘मोरिंगा फ्लावर्स’ के नाम से जाना जाता है। इन फूलों का सेवन करने से हमारे शरीर को विशेष तरीके से पोषण मिलता है। इनमें अनेक गुणकारी प्रोटीन, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को आंतरिक और बाह्य रूप से स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं। सहजन के फूल का नियमित सेवन करने से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है, रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है और हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसके अलावा, सहजन के फूल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स आपके त्वचा को युवा और चमकदार बनाने में मदद करते हैं। इसलिए सहजन के फूल का नियमित और संतुलित सेवन करके आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।

सहजन के फूलों की चाय (Moringa Flower Tea) न्यूट्रीशनल गुणों से भरपूर होती है। ये चाय यूरिन इन्फेक्शन व सर्दी-जुकाम ठीक करती है। सहजन के फूल सलाद के रूप में भी खाए जाते हैं। सहजन के अनगिनत फायदे हैं।

सहजन की तेल के फायदे : Moringa Oil in Hindi – Sahjan Ke Tel Ke Fayde

यह तेल विटामिन ई का अच्छा स्रोत होता है जो हमारी त्वचा को युवा और ग्लोइंग बनाता है। इसके अलावा यह त्वचा के अंदरीच्छिद्र में पहुंचकर उसको स्वस्थ और चमकदार बनाता है। सहजन के तेल में प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो त्वचा को प्रदूषण, धूल और तापमान के प्रभाव से बचाते हैं। यह तेल पेट्रोल के तरह उड़ता नहीं है इसलिए घड़ियों में प्रयोग किया जाता है। यह बेन आयल कभी खराब भी नहीं होता। इस मीठे तेल मे कोई खुशबू नहीं होती इसलिए ये इत्र, परफ्यूम बनाने में उपयोग किया जाता है।

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Moringa Fali in Hindi

सहजन के फायदे : Moringa Benefits in Hindi

सहजन एक प्राकृतिक और औषधिये गुणों का खजाना है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए अनगिनत लाभ प्रदान करता है। यह वृक्ष न केवल अपने पत्तों और फलों के लिए जाना जाता है बल्कि इसके बीजों, पत्तियों और तनों में भी आयुर्वेदिक गुण होते हैं। सहजन के एंटी ओक्सिडेंटस शरीर की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को मरम्मत करते हैं। न्यूट्रीशनल गुणों से भरपूर सहजन एनर्जी की कमी को दूर करता है जिससे जल्दी थकान नहीं होता और सहजन में पाए जाने वाले एमिनो एसिड्स नए टिश्यूस बनाते हैं।

सहजन के फायदे, सहजन पाउडर के फायदे सहजन की पत्ती के 100 ग्राम पाउडर में दूध से 17 गुना अधिक कैल्शियम पाया जाता है। पालक से 25 गुना अधिक आयरन सहजन मे होता है। सहजन में गाजर से 10 गुना अधिक बीटा-कैरोटीन होता है जो आँखों, स्किन और रोग प्रतिरोधक तंत्र के लिए बहुत लाभदायक है। सहजन में केले से 3 गुना अधिक पोटैशियम और संतरे से 7 गुना अधिक विटामिन C पाया जाता है।

1. पौष्टिकता से भरपूर: सहजन में विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं। यह विटामिन सी, विटामिन ए और फोलिक एसिड का भी अच्छा स्रोत होता है।

2. शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स: सहजन में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को रोगों से बचाने में मदद करते हैं। इसमें विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन, और क्वरसिटिन शामिल होते हैं जो स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण होते हैं।

3. हड्डियों के लिए फायदेमंद: सहजन में कैल्शियम और विटामिन डी की अच्छी मात्रा होने से यह हड्डियों को मज़बूती प्रदान करता है और ऑस्टियोपोरोजिस की रोकथाम में मदद करता है।

4. शरीर में ऊर्जा की आपूर्ति: सहजन में विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स की अच्छी मात्रा होने से यह शरीर में ऊर्जा की आपूर्ति में मदद करता है और थकान को दूर करता है।

5. पाचन तंत्र को सुधारे: सहजन में पाये जाने वाले फाइबर और एंजाइम्स पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करते हैं जिससे खाने का पचन बेहतर होता है। पेट की समस्याओं के लिए सहजन कारगर है। सहजन हल्का रेचक है जो पेट साफ करता है। फाइबर की वजह से यह कब्ज दूर करता है। सहजन के सेवन से पेट के कीड़े और जीवाणुओं से भी मुक्ति मिलता है। सहजन की जड़ का पाउडर का सेवन पेट में पाए जाने वाले राउंड वर्म (Helminth Worms) को खत्म करता है।

6. रक्तचाप को नियंत्रित करे: सहजन के सेवन से रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है क्योंकि यह पोटैशियम का भरपूर स्रोत होता है। सहजन ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल लेवल भी संतुलित करता है। ये हाई ब्लड शुगर लेवल को कम करता है। कोलेस्ट्रॉल कम करने की वजह से यह ह्रदय के लिए अच्छा है।

7. शरीर की सुरक्षा में मदद: सहजन में मौजूद विटामिन ए और विटामिन सी शरीर की सुरक्षा में मदद करते हैं और संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं।

8. वजन नियंत्रण में सहायक: सहजन में पाये जाने वाले फाइबर और नियामतित सेवन से वजन नियंत्रण में मदद मिलती है। सहजन में डाईयूरेटिक गुण होते हैं जो शरीर की कोशिकाओं में अनावश्यक जल को नियंत्रित करता है। इसके एंटी-इन्फ्लेमेटोरी गुण शरीर की सूजन कम करते हैं। फाइबर से भरपूर सहजन शरीर में फैट अवशोषण (Fat Absorption) कम करता है। सहजन इन्सुलिन रेजिस्टेंस कम करके अनावश्यक फैट जमने से रोकता है।

9. त्वचा के लिए लाभकारी: सहजन के तेल के सेवन करने से बाहरी और आंतरिक त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनी रहती है। स्किन रोगों में सहजन का उपयोग लाभकारी होता हैं। सहजन का तेल सोरायसिस, एक्जिमा रोग में लगाने से फायदा मिलता है। Sahjan Ki Fali के बीजों का तेल जिसे Ben oil कहते हैं को Acne, Blackheads जैसी समस्या में चेहरे पर लगायें। इसका क्लींजिंग और एंटीसेप्टिक गुण इन्हें खत्म कर देता है। स्किन के लिए उपयोगी विटामिन्स, एंटीओक्सिडेंट गुणों से भरपूर यह तेल चेहरे की झुर्रियाँ और महीन लकीरें को दूर करने मे मदद करता है।

10. बालों के लिए फायदेमंद: सहजन के तेल का सिर मालिश करने से बालों की मज़बूती बढ़ती है और बालों की सभी समस्याओं का समाधान होता है। सहजन (मोरिंगा) एक प्रभावी हेयर टॉनिक है। सहजन मे उपलब्ध जिंक, विटामिन और एमिनो एसिड्स मिलकर केराटिन बनाते हैं जो बालों के ग्रोथ लिए बहुत फायदेमंद है। सहजन की फली में मिलने वाले बीज में एक खास तेल होता है जिसे Ben oil कहते हैं। यह तेल बालों को लम्बे, घने करता है और डैंड्रफ, बाल झड़ने की परेशानी दूर करने मे मदद करता है।

11. डायबिटीज मे मदद: सहजन के सेवन से ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है जिससे डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलता है।

12. गुर्दे (किडनी) के स्वास्थ्य के लिए: सहजन के सेवन से गुर्दे के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिलती है क्योंकि यह गुर्दे की सफाई करने में मदद करता है। किडनी के स्टोन (पथरी) की समस्या कम करने में सहजन मदद करता है। यह किडनी के अन्दर जमे अनावश्यक कैल्शियम को शरीर से बाहर करता है। जिससे स्टोन नहीं बनने पाता। यहीं नहीं यह किडनी स्टोन से होने वाले दर्द और जलन को भी कम करता है।

13. गैस्ट्राइटिस के खिलाफ: सहजन में पाये जाने वाले एंटी-इंफ्लैमेटरी गुण गैस्ट्राइटिस को कम करने में मदद करते हैं।

14. लाभकारी प्रोटीन स्रोत: सहजन में प्रोटीन की अच्छी मात्रा होने से यह एक अच्छा प्रोटीन स्रोत भी होता है।

15. विषाणुओं के खिलाफ: सहजन में पाये जाने वाले एंटीबैक्टीरियल गुण विषाणुओं के खिलाफ लड़ने में मदद करते हैं और संक्रमण से बचाते हैं।

इस तरह, सहजन के विभिन्न गुण हमारे स्वास्थ्य को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं। यह आयुर्वेद में महत्वपूर्ण स्थान रखता है और एक स्वस्थ जीवनशैली के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है।

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FAQ

Q1: क्या सहजन का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है?

उत्तर: हां, सहजन का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है, लेकिन बेहतर होता है कि वे इसे अपने डॉक्टर से परामर्श के साथ करें।

Q2: क्या सहजन के पत्तों का सेवन रोज़ाना किया जा सकता है?

उत्तर: हां, सहजन के पत्तों का रोज़ाना सेवन किया जा सकता है, लेकिन अधिकतर लोग इसे मात्र कुछ दिनों के लिए ही लेते हैं ताकि वे उसके स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकें।

Q3: क्या सहजन का सेवन बच्चों के लिए उपयुक्त है?

उत्तर: हां, सहजन का सेवन बच्चों के लिए उपयुक्त है, लेकिन उन्हें उम्र के हिसाब से ही इसका सेवन करना चाहिए।

Q4: क्या सहजन के पत्तों का सूखा उन्हें स्वादिष्ट बना सकता है?

उत्तर: जी हां, सहजन के पत्तों का सूखा कर उन्हें स्वादिष्ट पाउडर बना सकता है जिसे विभिन्न आहारों में उपयोग किया जा सकता है।

Q5: क्या सहजन के पत्तों का उपयोग केवल आहार में होता है?

उत्तर: नहीं, सहजन के पत्तों का उपयोग आहार के साथ-साथ औषधीय गुणों की बढ़ती मांग के कारण भी होता है। यह आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत हो सकता है।

 

 

 

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