खाली पेट कॉफी पीने के फायदे और नुकसान

कॉफी हमारे जीवन शैली का एक अहम हिस्सा बनाता जा रहा है। ऐसा नहीं है कि पहले के लोग इसका सेवन नहीं करते थे लेकिन अब इसका उपयोग सामान्य जनमानस वर्ग मे भी होने लगा है। कॉफी का सेवन समान्य जनमानस वर्ग के लिए सोशल एवं पर्सनल स्टैटस का सिम्बल बनने लगा है। कुछ लोगों की ऐसी आदत होती है कि उनकी दिन की शुरुआत कॉफी पीने से ही होती है जब वे बिस्तर पे होते हैं। ऐसे लोग जिनको चाय या कॉफी की लत इतनी बूरी तरह होती है कि बिना इसके वो अपना दिन भी शूरू नहीं कर पाते है यदि उनको चाय या कॉफी ना मिले तो उनका सर दर्द होने लगता है।

खाली पेट कॉफी पीने के फायदे और नुकसान

खाली पेट कॉफी पीने के फायदे और नुकसान

वैसे कॉफी पीने के कई फायदे होते हैं जैसा कि विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि कॉफ़ी में मौजूद कैफीन आपको अधिक जागृत और केंद्रित महसूस कराता है जिससे आपको पूरे दिन सतर्क और तरोताजा रहने में मदद मिलता है। कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो आपके शरीर को हानिकारक अणुओं से होने वाले नुकसान से बचाने मे मदद करते हैं। यह आपके शारीरिक प्रदर्शन को बढ़ाने मे मदद करता है। एक कप कॉफी का आनंद लेने से आपके मूड पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और स्ट्रेस कम करने में मदद मिलता है।

खाली पेट कॉफी पीने के फायदे और नुकसान

वहीं विशेषज्ञों के मुताबिक कॉफी पीने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। कॉफ़ी में मौजूद कैफीन नींद में खलल डाल सकता है जिससे सोने परेशानी हो सकता है। इससे कुछ लोगों में पेट में परेशानी और एसिड रिफ्लक्स भी हो सकता है। बहुत अधिक कॉफ़ी अपने उत्तेजक प्रभावों के कारण कुछ व्यक्तियों को चिन्ता व घबराहट महसूस करा सकता है। नियमित रूप से कॉफी के सेवन से कैफीन पर निर्भरता हो सकती है जिससे आप कॉफी के आदी हो जाते हैं और अचानक अथवा कभी कॉफी नहीं मिलने पर सिरदर्द और थकान जैसे लक्षण महसूस कर सकते हैं।

कुछ अध्ययनों से पता चला है कि अत्यधिक कॉफी का सेवन कैल्शियम अवशोषण में रुकावट पैदा करता है जिससे हड्डियों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पडता है और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ने की संम्भावना सकता है।

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विशेषज्ञों का सुझाव है कि खाली पेट कॉफी नहीं पीना चाहिए खाली पेट कॉफी पीने से नुकसान हो सकता है। कॉफी में मौजूद कैफीन पेट में एसिड के उत्पादन को अधिक बढ़ा देता है जिससे पाचन संबंधी परेशानी, एसिडिटी या सीने में जलन की समस्या हो सकता है।  इसके अतिरिक्त खाली पेट कॉफी शरीर पर गहरा प्रभाव डाल सकता है जिससे घबराहट या बेचैनी की भावना पैदा हो सकता है। कॉफी की अम्लता पेट की परत को नुकसान कर सकता है जिससे गैस्ट्रिटिस या एसिड रिफ्लक्स जैसी स्थितियों वाले लोगों की समस्या और बढ़ सकता हैं। कॉफी भूख को कम करता है जिसके कारण उचित नाश्ता नहीं कर पाते हैं जो दिन की शुरुआत करने के लिए पोषक तत्व और ऊर्जा प्रदान करने के लिए आवश्यक है।

कॉफी पीने का उचित समय

कॉफी को खाने के बाद या भोजन के साथ कॉफी पीना बेहतर है क्योंकि खाने के बाद कैफीन का प्रभाव कम हो जाता है और खाली पेट पर नकारात्मक दुष्प्रभावों की संभावना को कम करता है। यदि आप खाली पेट कॉफी पीने के बाद अक्सर असुविधा का अनुभव करते हैं तो आपको कॉफी पीने के समय मे बदलाव करना चाहिए और व्यक्तिगत सलाह के लिए स्वास्थ्य देखभाल विशेषज्ञों से परामर्श करना सबसे होगा।

कॉफी पीने की उचित मात्रा

विशेषज्ञों के अनुसार कॉफी की उचित मात्रा का सेवन व्यक्तिगत सहनशीलता, स्वास्थ्य स्थितियों और जीवनशैली जैसे विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है। सामान्य तौर पर मध्यम मात्रा में कॉफी का सेवन ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित और फायदेमंद माना जाता है। इसका मतलब है प्रति दिन लगभग 1 से 3 कप कॉफ़ी पीना उचित है। उचित मात्रा मे कॉफी का सेवन प्रतिकूल प्रभाव पैदा किए बिना स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने मे मदद करता है। हालाँकि कैफीन के प्रति ज्यादा झुकाव से सचेत रहना आवश्यक है।

गर्भवती महिलाओं, कुछ स्वास्थ्य स्थितियों वाले व्यक्तियों और कैफीन के प्रति संवेदनशील लोगों को कॉफी सेवन की मात्रा को और सीमित करना या इसे पूरी तरह से त्यागना आवश्यक होता है। ऐसी स्थिति मे यदि आप कॉफी का सेवन नहीं छोड़ पा रहे हैं तो जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें अन्यथा स्वास्थ्य के प्रति भारी नुकसान उठाना पड सकता है। इसलिए अपने शरीर की बात सुनना और उसके अनुसार कॉफी का सेवन करना आवश्यक है।

 

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