स्टॉक मार्केट एक बहुत बड़ा बाजार है। इस बाजार को चलाने के लिए और अलग अलग तरीके से लाभ कमाने के लिए कई प्रकार के तरीके बनाए गये हैं। इन तरीकों के अपने अपने लाभ और जोखिम हैं। शेयर बाजार में लाभ कमाने के कई तरीके कुछ तरीके जैसे कि इक्विटी शेयरों में निवेश करना, इंट्राडे ट्रेडिंग, ऑप्शन ट्रेडिंग, फ्यूचर्स और अन्य वित्तीय उपायों में निवेश करना हैं। आज हम इन्ही तरीकों मे से एक तरीका इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे मे जानेगें कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? (Intraday Trading Meaning in Hindi), इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे सीखें, इंट्राडे ट्रेडिंग टाइम, इंट्रा डे ट्रेडिंग नियम, इंट्राडे ट्रेडिंग रणनीतियाँ, इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स आदि। इंट्राडे ट्रेडिंग उदाहरण के साथ भी समझेंगे।
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है | What is Intraday Trading | Intraday Trading Meaning
इंट्राडे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग के नाम से भी जानते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग, ट्रैडिंग का एक ऐसा तरीका है जिसमे ट्रैडर द्वारा खरीदा गया शेयर किसी भी हालत मे एक ही दिन (उसी दिन) मे खरीदा और बेचा जाता है। दूसरे शब्दों मे समझें तो इंट्राडे ट्रेडिंग शेयर बाजार मे लाभ कमाने का एक ऐसा विकल्प है जिसमे ट्रैडर किसी कंपनी के शेयर को जिस दिन खरीदता है उसी दिन उसे बेचना भी होता है चाहें उसे लाभ हो रहा हो या हानि। इसमे लॉस होने का रिस्क अधिक होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग का एक सख्त नियम है कि ट्रैड किये गए (खरीदे या बेचे गए शेयर) शेयर उसी दिन निपटना होता है यदि किसी कारणवश ट्रैडर द्वारा मार्केट बंद होने तक खरीदे गये शेयर को बेचा नहीं गया या बेचे हुये शेयर को खरीदा नहीं गया तो उसका ब्रोकर ही उन शेयरस् को मार्केट बंद होने से पहले खरीद या बेच देता है। ब्रोकर इसके लिए ट्रैडरस् से एक निश्चित शुल्क चार्ज करता है। मार्केट बंद होने से पहले खरीदे गये शेयरस् को बेचने और बेचे गए शेयरस् को खरीदने को स्क्वायर ऑफ (Square Off) करना कहते हैं और इस काम को ब्रोकर के द्वारा किये जाने पर ऑटो स्क्वायर ऑफ (Auto Square Off) करना कहते हैं।
आप कैसे कमा सकते हैं शेयर मार्केट से पैसा?
इंट्राडे ट्रेडिंग | Intraday Trading Meaning in Hindi | Intraday Trading in Hindi | Intraday Trading Meaning in India
इंट्राडे ट्रेडिंग मे आप स्टॉक, कमोडिटी, करेंसी, ईटीएफ, डेरिवेटिव आदि को खरीद और बेच सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडर्स मार्केट मे दो प्रकार के पोजीशन बनाते हैं। एक जो सुबह मार्केट ओपन होने पर शेयरस् खरीदते हैं और मार्केट बंद होने से पहले बेचते हैं और दूसरा सुबह मार्केट ओपन होने पर ही शेयरस् बेच देते हैं और मार्केट बंद होने से पहले खरीद सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग टाइम | Intraday Trading Time in India
भारत में इंट्राडे ट्रेडिंग टाइम दिन के दौरान सुबह 9:15 बजे से लेकर शाम 3:30 बजे तक होता है। यह समय भारतीय शेयर बाजार के विभिन्न सेगमेंट्स में निवेश करने के लिए निर्धारित किया गया है। निवेशकों और ट्रेडर्स को इस समय के अंदर ही अपने निवेशों को खरीदने और बेचने का मौका मिलता है।
इक्विटी सेगमेंट में इंट्राडे ट्रेडिंग का ऑटो स्क्वायर-ऑफ टाइमिंग 3:20 बजे तक होता है। इस समय पर ट्रेडरों को अपने सभी इंट्राडे पोजीशन को समाप्त कर देना चाहिए। इसके बाद ट्रैडर्स को उनकी ट्रेडिंग पोजीशनों को स्वचालित रूप से स्क्वायर-ऑफ करने का मौका देता है जिससे कि उन्हें खतरा कम होता है।
कमोडिटी सेगमेंट में एमआईएस ट्रेडिंग के लिए ऑटो स्क्वायर-ऑफ टाइमिंग 11:20 बजे से लेकर 11:48 बजे तक होती है जबकि बीओ और सीओ के लिए क्रमशः 11:20 बजे से लेकर 11:50 बजे तक है।
इंट्राडे ट्रेडिंग शुल्क | Intraday Trading Charges
इंट्राडे ट्रेडिंग शुल्क वह शुल्क होता है जो ट्रेडर या निवेशक को अपनी इंट्राडे ट्रेडिंग की गतिविधियों के लिए ब्रोकर को देना पड़ता है। यह शुल्क ट्रेडर के द्वारा किए गए प्रत्येक लेन-देन के लिए लागू होता है चाहे वह नियमित शेयर (Delivery Share) खरीदने-बेचने के लिए हो या इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading Share) के लिए। यह शुल्क ट्रेडर की व्यापारिक गतिविधियों के लिए ब्रोकर द्वारा प्रोवाइड की जाने वाली सेवाओं का मूल्य होता है जैसे कि ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म, मार्जिन सुविधा और ब्रोकरेज सेवाएं।
इंट्राडे ट्रेडिंग शुल्क (Intraday Trading Charges) सभी ब्रोकर के लिए अलग अलग होता है। कोई ब्रोकर 15 रुपए चार्ज करता है तो कोई 20 रुपए।
यह शुल्क विभिन्न तरीकों से निर्धारित किया जाता है जैसे कि एक्सेचेंज शुल्क, ब्रोकरेज शुल्क, सर्विस शुल्क आदि। इस शुल्क का ज्यादा या कम होना, विभिन्न फायदों और सेवाओं के आधार पर निर्भर करता है। इसे निवेशक व ट्रैडरस् द्वारा विभिन्न ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्मों (ब्रोकर्स के) पर ट्रेड करते समय देना पड़ता है।
शेयर ट्रेडिंग शुल्क (Share Trading Charges) मे मुख्यतः निम्न चार्ज शामिल होते हैं।
- Brokerage
- Securities Transaction Tax, STT
- Exchange charges
- SEBI Turnover Fees
- GST
- Stamp Duty
शेयर मार्केट कैसे काम करता है?
ब्रोकरेज शुल्क | Brokerage Charges
ब्रोकरेज शुल्क की गणना, कुल ट्रेड वैल्यू के कुछ प्रतिशत या प्रत्येक ट्रेड के लिए फ्लैट शुल्क के आधार पर किया जा सकता है। इसके गणना के मुख्यतः तीन तरीके हो सकते हैं जैसे प्रतिशत-आधारित शुल्क, प्रति ट्रेड फ्लैट फीस और हाइब्रिड शुल्क।
सेबी ने ब्रोकरेज की अधिकतम सीमा पर दिशानिर्देश जारी किये हैं जिसे ब्रोकर चार्ज कर सकता है। इस दिशानिर्देशों मे ब्रोकर इक्विटी डिलीवरी ट्रेड के लिए कुल ट्रेड वैल्यू पर अधिक से अधिक 2.5% और इंट्राडे ट्रेड के लिए कुल ट्रेड वैल्यू पर अधिक से अधिक 0.25% ब्रोकरेज शुल्क ले सकता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ब्रोकरेज शुल्क भी अलग-अलग ब्रोकरों द्वारा प्रदान किए जाने वाले शुल्क की संरचना के आधार पर भिन्न हो सकता है। यह प्रतिशत-आधारित या प्रति ट्रेड फ्लैट फीस हो सकता है अथवा दोनों। प्रतिशत-आधारित ब्रोकरेज शुल्क का ट्रांजैक्शन मूल्य के 0.01% से 0.05% के बीच हो सकता है जहां सबसे कम ब्रोकरेज शुल्क 0.01% है। वहीं दूसरी ओर प्रत्येक ट्रेड के लिए फ्लैट फीस ₹ 10 से ₹ 20 तक हो सकता है।
प्रतिशत-आधारित शुल्क की गणना इस प्रकार से होती है: अगर निवेशक एक दिन में ₹ 5,00,000 की कीमत वाले शेयर खरीदता है या बेचता है जहां शुल्क 0.05% है तो निवेशक अथवा ट्रैडर को ब्रोकरेज शुल्क के रूप में ₹ 250 का भुगतान करना होगा।
इंट्राडे ट्रेडिंग टैक्स | Intraday Trading Tax | Tax on Intraday Trading
इंट्राडे ट्रेडिंग से प्राप्त लाभ को व्यावसायिक आय माना जाता है। यह आपके कुल आय में जोड़ा जाता है और आप इंकम टैक्स के जिस स्लैब में आते हैं उसके अनुसार टैक्स लगाया जाता है।
वहीं लंबी अवधि के निवेश से प्राप्त लाभ को कैपिटल गैन माना जाता है। ऐसे लाभ पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स या लॉंग टर्म कैपिटल गैन टैक्स लगता है। इन लाभों पर 10% या 15% की दर से टैक्स लगाया जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे सीखें | How to Learn Intraday Trading or How to Start Intraday Trading
इंट्राडे ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको बहुत बड़ी डिग्री या उच्च शिक्षा की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए आपको थोड़ा पढ़ा लिखा होना चाहिए। जिससे आप बाजार मे हो रहे घटनाओ पर अच्छे तरह से नजर रखा सकें। इंट्राडे ट्रैडिंग के लिए आपको अनुशासित होना बहुत आवश्यक है। यदि आप धीरे धीरे शेयर मार्केट को समझें और इसके बारे मे अधिक से अधिक जानने की कोशिश करें तो आप अधिक रिस्क होने के बाद भी जरूर सफल हो सकते हैं। इसके लिए शेयर मार्केट की बेसिक जानकारी होना बहुत जरूरी है। शेयर मार्केट कैसे सीखे?
इंट्रा डे ट्रेडिंग नियम | Intraday Trading Rules
इंट्राडे ट्रेडिंग में कुछ महत्वपूर्ण नियम हैं जिन्हें ध्यान में रखना चाहिए।
- बाजार का समय: विशेषज्ञों के अनुसार मार्केट खुलने के पहले घंटे के दौरान ट्रैड से बचें। दोपहर और 1 बजे के बीच की स्थिति लेना लाभ कमाने की संभावना को बढ़ाता है।
- ट्रैडींग योजना बनाएं: निवेश योजना बनाना और उसे पालन करना अत्यंत जरूरी है। इसमें लक्ष्य, निवेश के संचालन के नियम और नुकसान को सहने की क्षमता को मजबूती से ध्यान में रखना चाहिए।
- मार्जिन रिक्वायरमेंट: इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ब्रोकर द्वारा मान्यता प्राप्त किया गया मार्जिन जरूरी होता है। यह निर्धारित नियमों के अनुसार अधिकतम और न्यूनतम मार्जिन की आवश्यकता को संतुलित करता है।
- रिसर्च करें और लिक्विड स्टॉक्स चुनें: अपना रिसर्च करें और लिक्विड स्टॉक्स ही चुनें।
- लिमिट आर्डर: इंट्राडे ट्रेडिंग में लिमिट आर्डर देना बेहद महत्वपूर्ण है। यह ट्रेडर को विशिष्ट मूल्य पर ही खरीदने या बेचने की सहूलियत देता है और नुकसान से बचाता है।
- रिस्क मैनेजमेंट: इंट्राडे ट्रेडिंग में रिस्क को समझना और नियंत्रित करना जरूरी है। ट्रेडर को अपने किए गए ट्रेड का पूर्वानुमान करना और अनुमानित नुकसान को ही निर्धारित करना चाहिए।
- तकनीकी और तात्कालिक विश्लेषण: इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए तकनीकी और तात्कालिक विश्लेषण महत्वपूर्ण है। चार्ट पैटर्न, संकेतक और इंडिकेटर्स का उपयोग करके ट्रेडर को निर्णय लेना चाहिए।
- लॉस कट आर्डर: ट्रेडर को अपने निवेश को सुरक्षित रखने के लिए लॉस कट आर्डर जरूर लगाना चाहिए। यह नुकसान को नियंत्रित करने में मदद करता है और निवेशकों को अधिकतम नुकसान से बचाता है। इसे स्टॉप लॉस का उपयोग करना भी कहते हैं।
- धैर्य और अनुशासन बनाए रखें: ट्रेडिंग के समय शांति और स्थिरता बहुत जरूरी है। भावनात्मक नियंत्रण को बनाए रखने के लिए ध्यान और धैर्य से काम करें। इंट्राडे ट्रेडिंग में ध्यान से ट्रेड करें और चार्ट पर संकेतों का ध्यान दें। जब आप अच्छे संकेत देखें तभी ट्रेड करें।
- विपरीत स्थितियों मे पाज़िशन से बाहर निकलें: यदि आपने अनुमान और रिसर्च के विपरीत जाता है तो ऐसी स्थितियों मे पाज़िशन से बाहर निकलें।
इंट्राडे ट्रेडिंग रणनीतियाँ | Intraday Trading Strategy
- निवेश करने से पहले शेयर मार्केट का अध्ययन करें: इंट्राडे ट्रेडिंग में सफलता के लिए तैयारी महत्वपूर्ण है। ट्रेडर को विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी जुटानी चाहिए और बाजार के संदेशों को समझने के लिए तैयार रहना चाहिए। इसके लिए ट्रैड लेने से पहले शेयर मार्केट का अध्ययन करने के साथ साथ उस शेयर के ट्रेंड के बारे मे जानें। कम समय में अच्छी रिसर्च करने के लिए शेयर के चार्ट, इंडिकेटर्स और फंडामेंटल विश्लेषण का सहारा लें।
- न्यूज़ और घटनाक्रमों का प्रभाव: इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान चार्ट के अलावा बाजार में चल रही घटनाओं और समाचारों पर नजर रखना चाहिए क्योंकि वे बाजार को सीधे प्रभावित कर सकते हैं।
- नियमित लाभ लेना: ट्रेडिंग में नियमित लाभ लेने का प्रयास करें, और नुकसानों को कम से कम रखें।
- धीरे-धीरे शुरू करें: शुरुआत में छोटे निवेश से शुरू करें, और जब आपका अनुभव बढ़े, तो निवेश को बढ़ाएं।
- कम ट्रैड लें:
- लोगों के अनुभव से सीखें: अन्य ट्रेडर्स के अनुभवों से सीखें और उनसे प्रेरणा लें, लेकिन खुद का विश्वास और स्वाधीनता बनाए रखें।
- अपडेटेड रहें: बाजार की स्थिति और अन्य फंडामेंटल्स को निरंतर अपडेट करते रहें, ताकि आपका ट्रेडिंग प्लान समय के साथ समायोजित होता रहे।
- टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग करें: तकनीकी चार्ट एनालिसिस के माध्यम से बेहतर ट्रेडिंग के लिए प्रत्येक स्टॉक की चाल को जांचें।
इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स | Intraday Trading Tips
- ट्रेड नहीं करें जब बाजार अस्थिर हो: बाजार में अस्थिरता होने पर अधिक जोखिम होता है इसलिए ऐसे समय में ट्रेडिंग करने से बचें।
- दो या तीन तरल शेयर चुनें: दो या तीन ऐसे शेयर चुने जिसमे अधिक लिक्वडीटी हो जिससे आपको मार्केट से मे मतलब अपना पाज़िशन से निकलने मे परेशानी नहीं होगा।
- प्रवेश और लक्ष्य मूल्य निर्धारित करें: अपना एक माइन्ड्सेट बनाए की कम और कितने लक्ष्य के लियए अपना पाज़िशन बनाना है।
- नुकसान सीमा तय करें: नुकसान को रोकने के लिए स्टॉप लॉस का उपयोग करें। यदि किसी कारण से मार्केट आपंके लक्ष्य के विपरीत जाता है तो इससे हो रहे नुकसान से बच सकेंगे।
- नियमित अभ्यास करें: इंट्राडे ट्रेडिंग कौशल को बढ़ाने के लिए नियमित अभ्यास करें। अभ्यास के दौरान आप को अधिक लॉट साइज़ नहीं लेना है। आप मात्र एक लॉट से ही ट्रैड करें।
- पेपर ट्रैड करें: आपको शुरुआती दिनों मे पेपर ट्रैड करना चाहिए।
इंट्राडे ट्रेडिंग उदाहरण | Intraday Trading Example
सपोज़ करें, आपको निफ्टी 50 की एक स्टॉक ABC Ltd के बारे में अच्छी रिसर्च किया है और आपको लगता है कि इसकी कीमत आज बढ़ेगी। आपका विश्वास है कि ABC की कीमत 100 रुपये प्रति शेयर तक जाना चाहिए। वर्तमान में यह 90 रुपये प्रति शेयर है। आपका लक्ष्य है इस अवसर का लाभ उठायें और एक अच्छा लाभ कमाएं।
तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ABC Ltd के 100 शेयर खरीदते हैं जिसकी कुल मूल्य 9000 रुपये होता है। फिर जब ABC Ltd की कीमत 98 रुपये प्रति शेयर पर पहुंचता है तभी आप अपने शेयर को बेच देते हैं।
इस तरह आप कुल आय 95,000 रुपये होता है (95 रुपये/शेयर × 100 शेयर)। इसमे आपकी लागत 9000 रुपये है। इसलिए आपका लाभ 500 रुपये है।
आपने इंट्राडे ट्रेडिंग का उपयोग करके एक छोटे समय में लाभ उठाया। लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता है ऐसे मे आपको हानि भी हो सकता है।
आप कैसे कमा सकते हैं शेयर मार्केट से पैसा?
इंट्राडे ट्रेडिंग स्टार्ट करने वाले के लिए | Intraday Trading for Beginners
कोई भी व्यक्ति इंट्राडे ट्रेडिंग स्टार्ट करने वाले के लिए एक विश्वसनीय स्टॉक ब्रोकर के साथ इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे सीखें, इंट्रा डे ट्रेडिंग नियम, इंट्राडे ट्रेडिंग रणनीतियाँ और इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स को अच्छे तरह से गहन अध्ययन करता है और अनुशासित होकर उनके नियमों का पालन करे इंट्राडे ट्रेडिंग स्टार्ट कर सकता है। और अधिक जानकारी के लिए आप इस साइट के Finance कटेरगेरी को फॉलो कर सकते हैं।
क्या मैं 500 रुपये से इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर सकता हूं?
हाँ, आप 500 रुपये से इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।
क्या मैं इंट्राडे ट्रेडिंग में रोजाना 2000 कमा सकता हूं?
हाँ, आप इंट्राडे ट्रेडिंग में रोजाना 2000 कमा सकते हैं।
क्या सरकारी कर्मचारी इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हैं?
नहीं, लेकिन इसके दूसरे विकल्प का उपयोग कर सकते हैं।
अगर हम इंट्राडे शेयर नहीं बेचते तो क्या होता है?
इंट्राडे के लिए लिया गया शेयर यदि दिन के अंत तक नहीं बेचा गया तो शेयर बाज़ार बंद होने के पहले ब्रोकिंग कंपनी आपके शेयर को स्वतः Square Off कर देती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग से कितना पैसा कमा सकते हैं?
शेयर बाज़ार में अरबो खरबों रुपये लगे होते है। आप शेयर बाज़ार में 100 रुपए से भी ट्रेडिंग/निवेश आरंभ कर सकते है। इसके अधिकतम निवेश/ट्रेडिंग की कोई सीमा नहीं है।आप जितना बड़ा पूंजी बाज़ार में लगाकर ट्रेडिंग करेंगे आपका रिस्क तथा रिवार्ड उताना ही बड़ा होगा।
इंट्राडे ट्रेडिंग में निवेश करने का सही समय क्या है?
सही समय का चयन करने के लिए अच्छी रिसर्च और विश्लेषण की आवश्यकता होता है। अच्छे लेन-देन के लिए सुबह बाजार खुलने के 1 घंटे बाद का समय अधिक उपयुक्त होता है।
क्या मुझे इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की आवश्यकता है?
हां, इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता है। आप एक विश्वसनीय ब्रोकर के साथ खाता खोल सकते हैं।
क्या इंट्राडे ट्रेडिंग निवेश के लिए सुरक्षित है?
इंट्राडे ट्रेडिंग वित्तीय निवेश का एक हिस्सा है लेकिन इसमें उच्च निवेश का जोखिम होता है। सही तकनीक और शिक्षा के साथ यह सुरक्षित हो सकता है।
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