गर्म तासीर वाले फल, सब्जियाँ व अनाज करें ठंडी से बचाव | जरूर खायें

हमारे चारों ओर ऐसी कितनी सारी गर्म तासीर वाले फल, सब्जियाँ व अनाज उपलब्ध है जिन्हे अपने डाइट मे शामिल करके सर्दी से बचाव किया जा सकता है। भोजन का आनंद लेने वालों के लिए शीतकाल विशेष रूप से अच्छा है। ठंडी के मौसम से बाजार में विभिन्न प्रकार की साग और हरी सब्जियां देखने को मिलती हैं।

वहीं मिठाई के रूप में खाई जाने वाली गोंद के लड्डू, पिन्नी, गुड़-मूंगफली, मुरब्बा, गजक, रेवड़ी आदि खाद्य-पदार्थों भी खूब अधिक मात्रा मे बिकने लगते हैं। इस मौसम में पाचन सही रहता है और खाना आसानी से डाइजेस्ट हो जाता है। सर्दी के मौसम में भूख भी अधिक लगता है इसलिए डाइट में ऐसी चीजें खाना चाहिए जिससे बॉडी गर्म और हेल्दी रहे।

गर्म तासीर वाले फल

 

गर्म तासीर वाले फल, सब्जियाँ व अनाज

ऐसे मौसम में इम्यूनिटी कमजोर पड़ने लगता है जिससे कई प्रकार की मौसमी बीमारियाँ (जैसे सर्दी-जुकाम, जोड़ों का दर्द आदि) आपको परेशान करने लगती  हैं। सर्दी के मौसम में शरीर सुस्त होने लगता है जिससे आलस्य की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे मौसम मे गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थ का सेवन अच्छे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।

अपने डाइट में कुछ गर्म तासीर वाले फल, सब्जियाँ व अनाज शामिल करें जिससे आपकी बॉडी गर्म रहे और इम्यूनिटी भी मजबूत रहे। आइए हम आपको सर्दियों में फायदेमंद कुछ गर्म तासीर वाले फल, सब्जियाँ व अनाज के बारे में बताते हैं जिससे आपकी बॉडी भी गर्म रहेगा और इम्यूनिटी भी बूस्ट होगा।

तासीर क्या है? | What is Taseer?

गर्म तासीर वाले अनाज, सब्जियों और फलों के बारे में जानने से पहले यह जानना महत्वपूर्ण है कि तासीर का क्या अर्थ है। तासीर वह ऊँष्म गुण होता है जिसे खाद्य पदार्थ, फल और सब्जियों के सेवन के बाद शरीर पर महसूस होने वाला ठंडा या गरम प्रभाव को कहा जाता है। यह ठंडा या गरम प्रभाव आमतौर पर खाद्य पदार्थों के रासायनिक गुणों और उनके प्रभाव पर निर्भर करता है जो शरीर के तापमान में बदलाव लाते हैं। इसे आमतौर पर गर्म तासीर और ठंडी तासीर के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।

दूसरे शब्दों मे, तासीर किसी खाद्य पदार्थ, फल और सब्जियों के खाने के बाद शरीर में महसूस होने वाला ठंडा या गर्माहट का प्रभाव होता है। इसे खाद्य पदार्थ की तासीर कहते हैं। जैसे कि खीरा शरीर को ठंडक प्रदान करता है इसलिए खीरे की तासीर ठंडी होती है जबकि अंडा खाने से शरीर में गर्माहट आती है इसलिए अंडे को गर्म तासीर वाला खाद्य पदार्थ कहा जाता है।

आज का लेख विशेष रूप से उन फलों, सब्जियों व अनाजों पर है जिनकी तासीर गर्म होती है। हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताएंगे कि सर्दियों में ऐसी कौन-कौन सी सब्जियां, फल व अनाज हैं जिनकी तासीर गर्म होती है और जिनके सेवन से सर्दीयों में सेहत को फायदा होता है। तो चलिए, इन खाद्य पदार्थ के बारे में जानते हैं।

गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थ | गर्म तासीर वाली चीजें

गर्म तासीर वाले फल | गर्म तासीर वाले फ्रूट्स | Garam Taseer Wale Fruits

1. आंवला (Amla)

आंवला एक विशेष फल है जो हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है जो हमारी पाचन शक्ति को बढ़ावा देती है और त्वचा, बाल और नाखूनों के लिए भी लाभकारी है। आंवला खाने से ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और एसिडिटी को भी नियंत्रित किया जा सकता है। यह एक उच्च तापमान की प्रकृति वाला फल होता है जो सर्दी के मौसम में शरीर को गरम रखने में मदद करता है।

आंवला का सेवन आमतौर पर ठंडे मौसम में कई तरीकों से किया जा सकता है। यहां कुछ  तरीके हैं:

  1. आंवला का मुरब्बा: आंवला को छोटे टुकड़ों में काटकर चीनी के साथ पकाकर मुरब्बा बनाया जा सकता है। यह मुरब्बा ठंडी में खाने पर फायदेमंद होता है जो सर्दी जैसी बीमारियों से बचाव करता है।
  2. आंवला का रस: आंवला को निचोड़कर उसका रस निकाला जा सकता है। यह रस गुनगुना करके पिया जा सकता है जो शरीर को गरमागरम बनाता है जिससे ठंड कम महसूस होती है।
  3. आंवला का शर्बत: आंवला को पीसकर उसका शर्बत बनाया जा सकता है। यह शर्बत ठंडी में पीने पर राहत प्रदान करता है और ऊर्जा बढ़ाता है।
  4. आंवला का अचार: आंवला को अचार बनाकर खाया जा सकता है। यह अचार खाने बहुत स्वादिष्ट और फायदेमंद होता है।
  5. आंवला की चटनी: आंवला की चटनी बनाकर खाने से भी लाभ होता है। यह चटनी भोजन के साथ सेवन पर स्वादिष्ट और उपयुक्त होता है।

इस प्रकार आप ठंडे मौसम में आंवला का सेवन कर सकते हैं। यह सर्दी में शरीर को गरम रखने में मदद करता है जिससे ठंड कम महसूस होती है।

2. खजूर (Dates)

खजूर एक प्राकृतिक खाद्य पदार्थ है जिसे सर्दी में अधिक मात्रा में खाना बेहद फायदेमंद होता है। खजूर की तासीर गरम होती है इसलिए सर्दी के मौसम में इसकी मांग बढ़ जाती है। खजूर में प्राकृतिक शर्करा पाया जाता है जिसका सेवन करने से शरीर में गर्मी पैदा होती है और वजन भी नहीं बढ़ता है। खजूर में पर्याप्त मात्रा में पोटैशियम, विटामिन बी, फाइबर, कॉपर, मैग्नीशियम, मिनरल्स और फाइबर पाया जाता है।

यह न केवल सर्दी व जुकाम जैसी बीमारियों से बचाव में मदद करता है बल्कि इसमें आयरन और कैल्शियम जैसे महत्वपूर्ण खनिज भी होते हैं जो खनिज हड्डियों के लिए लाभकारी होते हैं और एनीमिया की समस्या को दूर करते हैं। सर्दी के मौसम में खजूर का सेवन सेहत के लिए बेहद लाभकारी होता है। ठंड के मौसम में रोजाना तीन से चार खजूर जरुर खाना चाहिए।

खजूर का सेवन आमतौर पर ठंडे मौसम में कई तरीकों से किया जा सकता है। यहां कुछ आम तरीके हैं:

  1. साबूत खजूर: खजूर को साबूत रूप में सीधे खाया जा सकता है। यह ताजगी और पोषण प्रदान करता है एवं ठंड के मौसम में ऊर्जा देता है।
  2. खजूर और दूध: खजूर को दूध के साथ मिलाकर खाना भी एक प्रचलित तरीका है। यह ऊर्जा देता है और ठंड में शरीर को गरम रखता है।
  3. खजूर का रस: खजूर को ब्लेंडर में पीसकर रस निकाला जा सकता है। यह रस गुनगुना करके पिया जा सकता है यह शरीर को गरमागरम बनाता है।
  4. खजूरी बर्फी: खजूर की बर्फी बनाकर खाना भी एक विकल्प हो सकता है। यह स्वादिष्ट होता है और सर्दी में खाने पर ऊर्जा देता है।
  5. खजूरी खीर: खजूर को दूध और चावल के साथ खीर बनाकर भी खाया जा सकता है। यह स्वादिष्ट व पौष्टिक होता है और ऊर्जा प्रदान करता है।

ये कुछ तरीके हैं जिनसे आप ठंडे मौसम में खजूर का सेवन कर सकते हैं। यह सर्दी में शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ ठंड कम महसूस होने में मदद करता है।

3. चकोतरे (Grapefruit)

सर्दियों में मौसमी फलों में चकोतरा भी लिया जाता है। बताया गया है कि चकोतरे का सेवन करने से व्यक्ति को सर्दीयों में जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं। लोग इसे जूस के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं। चकोतरे में विटामिन सी होता है। इससे न केवल व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो सकती है बल्कि सर्दी के मौसम में लोग सर्दी और खांसी से बच सकते हैं।

इसके अलावा पपीता, चीकू, अंजीर, आड़ू, लोंगान, लीची और चेरी शामिल हैं। अनानास, अंगूर, नागफनी और प्लम भी शामिल हो सकते हैं।

गर्म तासीर वाली सब्जियां

1. अदरक (Ginger)

सर्दियों में अदरक का उपयोग हर घर में किया जाता है। कुछ लोग इसका उपयोग चाय बनाने मे करते हैं तो कुछ लोग अदरक का उपयोग सब्जी, काढ़ा आदि में करते हैं। अदरक की गरम तासीर होती है। अदरक में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो न केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं बल्कि शरीर को कई समस्याओं से दूर भी रखते हैं।

अदरक का सेवन आमतौर पर ठंडे मौसम में कई तरीकों से किया जा सकता है। यहां कुछ आम तरीके हैं:

  1. अदरक की चाय: अदरक को काटकर या निचोड़ के चाय में डालकर बनाई जाती है। अदरक की चाय ठंडी में पीने पर बहुत फायदेमंद होता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
  2. अदरक का रस: अदरक को कद्दूकस करके उसका रस निकाला जा सकता है। यह रस थोड़ा पानी के साथ गुनगुना करके पिया जा सकता है जो शरीर को गरम रखता है जिससे ठंड कम महसूस होती है।
  3. अदरक और शहद: अदरक को काटकर शहद के साथ मिलाकर खाया जा सकता है। यह खाने पर सर्दी मे होने वाली बीमारियों से बचाव में मदद मिलता है।
  4. अदरक की सूप: अदरक को बारीक काटकर इसका सूप बनाकर पीने से भी लाभ होता है। यह शरीर को गरम रखने में मदद करता है जो सर्दी के मौसम में बेहद लाभदायक होता है।
  5. अदरक का अचार: अदरक को अचार बनाकर खाया भी जा सकता है। यह अचार भोजन के साथ खाने पर बहुत स्वादिष्ट होता है।

ये कुछ है तरीके जिनसे आप ठंडे मौसम में अदरक का सेवन कर सकते हैं। यह सर्दी में शरीर को गरम रखने में मदद करता है जिससे ठंड कम महसूस होती है। अदरक में विभिन्न औषधीय गुण होते हैं जो सर्दी, खांसी और जुकाम जैसी मौसमी बीमारियों को दूर करने में लाभकारी होते हैं। लेकिन हमें यह भी ध्यान देना चाहिए कि अधिक मात्रा में अदरक का सेवन न करें क्योंकि यह भारी भोजन और उच्च रक्तचाप के लिए हानिकारक हो सकता है।

2. साबुत लाल मिर्च (Whole Red Chilli)

लाल मिर्च गरम होती है इसलिए इसका उपयोग सर्दियों में किया जा सकता है। हालांकि, कुछ लोग इसे गर्मियों में भी सीमित मात्रा में उपयोग कर सकते हैं। लाल मिर्च में विटामिन सी, पोटेशियम और मैग्नीजियम जैसे तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर के लिए उपयोगी होते हैं। इसके अलावा सर्दियों में लाल मिर्च का सेवन रक्त के थक्कों को जमने से रोकने मे मदद करता है और पेट को भी गर्म रखने में मदद करता है।

इसे पढ़े: सुबह थूक में खून क्यों आता है?

गर्म तासीर वाले अनाज

1. बाजरा (Millet)

बाजरे का तासीर गरम होता है इसलिए बाजरे का सेवन आमतौर पर ठंडे मौसम में किया जाता है। बाजरे में पर्याप्त मात्रा में सेलेनियम, कैल्शियम, कॉपर, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम, मैंगनीज और फास्फोरस पाया जाता है जो शरीर के लिए महत्वपूर्ण हैं।

इन तत्वों का सेवन करने से शरीर में गर्माहट का अनुभव होता है। विशेषकर सर्दियों में, गर्म तासीर वाले बाजरे की रोटी, दलिया या खीर खाना शरीर को गर्म रखने में मदद करता है। इसके अलावा आप इसका सूप भी बनाकर सेवन कर सकते हैं, यह स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है जिससे सर्दी में शरीर को ऊर्जा मिलती है।

बाजरे का सेवन आमतौर पर ठंडे मौसम में कई तरीकों से किया जा सकता है। यहां कुछ आम तरीके हैं:

  1. बाजरे की रोटी: बाजरे के आटे की रोटी बनाई जाती है। यह रोटी गरमा गरम खाने से शरीर को गरम रखने में मदद करती है।
  2. बाजरे की खिचड़ी: बाजरे की खिचड़ी बनाने में भी इसका उपयोग किया जा सकता है। यह स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है, और सर्दी में खाने से शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
  3. बाजरे की पूरी: बाजरे के आटे से पूरी बनाकर सर्दी में खाने से भी लाभ होता है। यह गरम खाने पर ऊर्जा पैदा करता है।
  4. बाजरे का दलिया: बाजरे के दलिया को बनाकर खाना भी एक विकल्प हो सकता है। यह पौष्टिकता पूर्ण होता है और शरीर को ऊर्जा देता है।
  5. बाजरे का सूप: बाजरे का सूप बनाकर पीना भी एक उपाय हो सकता है। यह गरमागरम सूप सर्दी के मौसम में गर्मी प्रदान करता है।

ये कुछ तरीके हैं जिनसे आप बाजरे का सेवन ठंडे मौसम में कर सकते हैं। यह सर्दी में शरीर को गरम रखने में मदद करता है और ऊर्जा प्रदान करता है।

2. रागी (Ragi)

सर्दियों के मौसम में रागी का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। रागी की तासीर गर्म होने से हमारे शरीर को गर्म रखने में सहारा मिलता है। रागी में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। रागी के सेवन से तनाव, चिंता, डिप्रेशन और अनिद्रा की समस्या से मदद मिलता है। इसके अलावा यह मधुमेह और एनीमिया को नियंत्रित करने में मदद करता है।

गर्म तासीर वाले मसाले

1. सरसों (Mustard)

सरसों का तेल हम हर मौसम में उपयोग करते हैं लेकिन ठंडी ऋतुओं में इसका विशेष लाभ माना जाता है। सरसों की तासीर गरम होने के कारण यह हमारी बॉडी को गरम रखने में सहायक होता है। सर्दी के मौसम में सरसों का तेल के साथ-साथ सरसों के साग को भी अधिक से अधिक सेवन किया जाता है। सरसों में मौजूद पोषक तत्वों जैसे सेलेनियम, जिंक, मैंगनीज, मैग्नीशियम, कैल्शियम और ओमेगा-3 हमारे त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद होते हैं।

2. हल्दी (Turmeric)

हर मौसम में हल्दी का सेवन किया जाता है लेकिन ठंडी ऋतुओं में इसका विशेष लाभ होता है। आयुर्वेद के अनुसार हल्दी को सभी खाद्य पदार्थों की तुलना में अत्यधिक गरम माना जाता है। इसमें एंटी-इंफ्लैमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। हल्दी में कैल्शियम और प्रोटीन के खनिज भी होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। रोजाना रात को सोने से पहले एक गिलास दूध में एक चुटकी हल्दी डालकर पीने से अद्भुत लाभ होता है।

3. लहसुन (Garlic)

लहसुन का सेवन हृदय रोगियों के लिए फायदेमंद होता है विशेषकर सर्दी के मौसम में, जब हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। लहसुन की तासीर गर्म होती है और यह ऊष्मा उत्पन्न करके शरीर के रक्त प्रवाह को सुधारता है जिससे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलता है।

यह सर्दियों में शरीर को गरम रखने में मदद करता है। आप इसे सब्जियों, गार्लिक ब्रेड और विभिन्न तरह की डिशों में डालकर उपयोग कर सकते हैं। अगर इसे खाली पेट शहद के साथ सेवन किया जाए तो यह कई मौसमी बीमारियों से मुक्ति दिलाता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है।

लहसुन का सेवन आमतौर पर ठंडे मौसम में कई तरीकों से किया जा सकता है। यहां कुछ आम तरीके हैं:

  1. लहसुन का रस: लहसुन को पीसकर रस निकाला जा सकता है। यह रस गुनगुना पानी मे मिलाकर पीया जा सकता है यह ठंडी में शरीर को गरमागरम बनाता है।
  2. लहसुन की चटनी: लहसुन की चटनी बनाकर खाना एक चटपटा एवं स्वादिष्ट विकल्प होता है।
  3. लहसुन का तेल: लहसुन का तेल उपयोगी होता है। यह विभिन्न व्यंजनों में इस्तेमाल किया जा सकता है जो ठंडी में शरीर को गरम रखने में मदद करता है।
  4. लहसुन और दूध: लहसुन को दूध के साथ मिलाकर खाना भी एक प्रचलित तरीका है। यह ऊर्जा देता है और ठंड में शरीर को गरम रखता है।

ये कुछ तरीके हैं जिनसे आप ठंडे मौसम में लहसुन का सेवन कर सकते हैं। लहसुन शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ ठंडी में भी उपयोगी होता है।

4. दालचीनी (Cinnamon)

सर्दियों के मौसम में अपने शरीर को गर्म रखने के लिए दालचीनी का सेवन लाभकारी होता है। दालचीनी का गरम तासीर के साथ ही इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाते हैं जिससे शरीर में अतिरिक्त ऊर्जा उत्पन्न होती है। एक चम्मच शहद के साथ दो चुटकी दालचीनी के पाउडर का सेवन करने से सर्दी और खांसी में लाभ होता है। अगर ठंड के कारण चेहरा सुखा लगता है तो रोज रात में सोने से पहले एक चम्मच गुलाब जल में मिलाकर दो चुटकी दालचीनी पाउडर को लगाएं और आधा घंटे बाद सामान्य पानी से धो लें इससे लाभ मिलेगा।

गर्म तासीर की चीजें (औषधिये गुण वाले)

1. शहद (Honey)

शहद (मधु) मे एक प्राकृतिक मिठास पाया है। शहद हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें गरम तासीर होने के कारण यह सर्दी के मौसम में बहुत उपयोगी है। यह न केवल शरीर को ऊष्मा प्रदान करती है बल्कि खांसी और सर्दी जैसी बीमारियों से भी बचाव में मदद करती है। इसमें उचित मात्रा में एंटीजन्स होते हैं जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। नियमित रूप से गुनगुने पानी में मधु मिलाकर पीने से वजन कम होता है और शरीर को ऊष्मा मिलती है जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।

शहद का सेवन आमतौर पर ठंडे मौसम में कई तरीकों से किया जा सकता है। यहां कुछ आम तरीके हैं:

  1. गुनगुना पानी में शहद: एक गिलास गरम पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पिना फायदेमंद होता है। यह शरीर को गरम रखने में मदद करता है जो सर्दी को दूर करने में सहारा प्रदान करता है।
  2. दूध में शहद: दूध में शहद मिलाकर पिना भी बहुत फायदेमंद होता है। यह गरम पेय शरीर को ऊष्मा प्रदान करता है और सर्दी में लाभकारी होता है।
  3. शहद की चाय: नॉर्मल चाय के बजाय शहद की चाय बनाना भी एक विकल्प हो सकता है। इसे गरम पीने से शरीर गरम रहता है और ठंड कम महसूस होती है।
  4. शहद और नींबू: नींबू के रस में शहद मिलाकर पीना भी फायदेमंद होता है। यह जुकाम और खांसी में राहत प्रदान करता है और इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
  5. शहद का संबंधित पदार्थों के साथ सेवन: शहद को फलों, नट्स और दाल आदि के साथ मिलाकर भी खाया जा सकता है। यह खाने में स्वादिष्ट होता है और सर्दी से बचने में मदद करता है।

ये कुछ तरीके है जिनसे आप ठंडे मौसम में शहद का सेवन कर सकते हैं। यह सर्दी में शरीर को गरम रखने में मदद करता है और ठंड कम महसूस होती है।

2. गुड़ (Jaggery)

गुड़ मे गर्मी बहुत होती है जो ठंडी में शरीर को गरम रखने के लिए कई विभिन्न तरीकों से इसका उपयोग किया जा सकता है। यह गर्म तासीर वाला गुड़ चीनी के मुकाबले अधिक हेल्दी होता है। इसमें फास्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे विभिन्न विटामिन और खनिज होते हैं।

इसके गर्म तासीर के कारण गुड़ सर्दी, खांसी, माइग्रेन, अस्थमा, थकान और अपच जैसी समस्याओं को दूर करने में भी उपयोग किया जाता है। सर्दी के मौसम में जब आपको अधिक ठंड लग रही हो तो ताजे अदरक के साथ गुड़ का सेवन करने से शरीर में जल्दी हीट जनरेट होती है और ठंड कम लगती है।

गुड़ का सेवन ठंडे मौसम में कई तरीकों से किया जा सकता है। यहां कुछ आम तरीके हैं:

  1. गुड़ का गुड़ा और गुड़ की चाशनी: गुड़ को चाशनी बनाकर या गुड़ के गुड़े का सेवन करने से शरीर को गर्मागरम रखने में मदद मिलती है। इसे गर्म दूध, चाय या कॉफी के साथ पी सकते हैं।
  2. गुड़ की खीर: गुड़ की खीर बनाना भी एक विकल्प हो सकता है। गुड़ को दूध और चावल के साथ पकाकर बनाई जाती है जो ठंडी में भी आनंदित करता है और ऊर्जा प्रदान करता है।
  3. गुड़ के लड्डू: गुड़ के लड्डू बनाना भी एक लोकप्रिय विकल्प है। गुड़, तिल, गेहूं का आटा आदि का उपयोग करके लड्डू बनाए जाते हैं जो ऊर्जा देते हैं और ठंडी में फायदेमंद होते हैं।
  4. गुड़ और नारियल: गुड़ को नारियल के साथ मिलाकर खाने से ठंडे मौसम में ऊर्जा मिलता है और शरीर को गरम बनाता है।
  5. गुड़ की चाय: गुड़ की चाय भी एक पसंदीदा तरीका है जिसमें गुड़ को चाय के साथ मिलाकर पी सकते हैं। यह ठंडी में बहुत फायदेमंद होता है।

इन तरीकों से आप ठंडे मौसम में गुड़ का सेवन कर सकते हैं और अपने शरीर को गरमागरम रख सकते हैं।

3. देशी घी (Desi Ghee)

सर्दियों के मौसम में देशी घी का सेवन करना अत्यंत उपयुक्त है। यह न केवल आपके भोजन को स्वादिष्ट बनाता है बल्कि इसमें मौजूद फैटी एसिड की मात्रा आपके शरीर की गर्मी और ऊष्मा को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है। ध्यान रहे कि देशी घी का सेवन संतुलित मात्रा में किया जाए इसका अत्यधिक सेवन से वजन बढ़ सकता है।

गर्म तासीर वाले ड्राई फ्रूट्स

सर्दियों में सूखे मेवे का सेवन करना लोगों के बीच बहुत पसंद किया जाता है। सूखे मेवों की तासीर गरम होती है जिससे शरीर का तापमान बढ़ता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व जैसे कि विटामिन (ई, बी-कॉम्प्लेक्स), कॉपर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फ्लोराइड, जिंक, सेलेनियम, ओमेगा-3 और स्वस्थ प्रोटीन भरपूर मात्रा में होते हैं। ध्यान दें कि सूखे मेवों का अत्यधिक सेवन न करें अन्यथा आपको पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

1. तिल और मूंगफली (Sesame and Almond)

तिल और मूंगफली गर्म भोजन का हिस्सा हैं  इन्हें भारत में विभिन्न अवसरों पर खाया जाता है, विशेषकर ठंड के मौसम में। इनमें पर्याप्त मात्रा में आयरन, कैल्शियम और सेलेनियम होता है जो शरीर को गर्माहट प्रदान करता है। ठंडी में इन्हें खाने से अस्थमा, निमोनिया और ब्रोंकाइटिस की समस्याओं में भी लाभ होता है। तिल का पाउडर बनाकर खाने से ठंड कम लगती है और बालों में तिल का पेस्ट लगाने से रूसी समाप्त हो सकती है।

तिल और मूंगफली ठंडे मौसम में ऊर्जा प्रदान करने वाले और शरीर को गरम रखने वाले आहार होते हैं। ये विभिन्न तरीकों से सेवन किए जा सकते हैं:

  1. तिल की चिक्की: तिल की चिक्की एक प्रसिद्ध और पसंदीदा विधि है। तिल को गुड़ या शक्कर के साथ मिलाकर चिक्की बनाई जाती है जो ठंडी में ऊर्जा देती है और शरीर को गरम रखती है।
  2. मूंगफली: मूंगफली ताजा या भुनी हुई सीधे खाई जा सकती है। यह ठंडी में शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है और गर्मी देती है।
  3. तिल और मूंगफली की लड्डू: तिल और मूंगफली के लड्डू बनाना भी एक प्रचलित विधि है। तिल, मूंगफली, गुड़, घी आदि को मिलाकर लड्डू बनाए जाते हैं जो ऊर्जा प्रदान करते हैं और ठंडी में फायदेमंद होते हैं।
  4. तिल और मूंगफली का चटनी: तिल और मूंगफली की चटनी बनाना भी एक तरीका हो सकता है। इसे खाने के साथ या रोटी के साथ खाना भी स्वादिष्ट होता है और ऊर्जा प्रदान करता है।
  5. तिल और मूंगफली की बर्फी: तिल और मूंगफली की बर्फी बनाना भी एक विकल्प हो सकता है। इसे दूध, गुड़ आदि के साथ मिलाकर बनाया जाता है जिसे ठंडी में खाया जा सकता है जो ऊर्जा देता है और शरीर को गरम बनाता है।

ये थे कुछ तरीके जिनसे आप ठंडे मौसम में तिल और मूंगफली का सेवन कर सकते हैं। ये खाद्य पदार्थ शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और ठंडी में भी उपयोगी होते हैं।

2. बादाम (Almond)

बादाम को हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। इसकी गर्म तासीर के कारण ठंडियों में इसे खाना बहुत पसंद किया जाता है। यह सर्दियों को गर्म रखने के साथ-साथ हमारे मस्तिष्क के विकास में भी सहायक है। यह बालों के झड़ने और आंखों के नीचे डार्क सर्कल की कमी को दूर करने भी सहायक होता है। बादाम एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट स्रोत माना जाता है जो हमारी इम्यूनिटी को मजबूती प्रदान करने में मदद करता है।

3. छुहारा (Dry Dates)

छुहारा, जो स्वाद में मीठा है और इसकी तासीर गरम होती है एक प्रसिद्ध मेवा है। यह हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मिनरल्स, विटामिन, फाइबर, आयरन और कैल्शियम जैसे अहम पोषक तत्व पाए जाते हैं। छुहारे के फायदे तब और भी बढ़ जाते हैं जब आप इसे दूध में उबालकर खाते हैं। सर्दी के के मौसम मे इसे कई तरह से खाया जाता है।

4. तिल (Mole)

तिल का सेवन गर्म तासीर वाले आहार में करना लाभकारी होता है। यह सर्दियों के मौसम में सेवन करने से हमारी बॉडी को गर्म रखने के साथ-साथ अस्थमा, निमोनिया और ब्रोंकाइटिस के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। ठंडी ऋतुओं में रूसी की समस्या होने पर तिल को बालों में पीसकर लगाने से रूसी की समस्या में सुधार हो सकता है।

अन्य गर्म तासीर वाली चीजें In Hindi

गरम तासीर वाले खाद्य पदार्थ मे कुछ निम्न पढ़ार्थ शामिल है जिनका सेवन सर्दी के मौसम मे लाभदायक व स्वास्थ्य वर्धक होता है। जैसे: मेथी, सरसों, पुदीना, सरसों, अंडा, बादाम, केसर, हल्दी, केला, प्याज, पिस्ता, संतरे, जैतून, अखरोट, मक्खन, काजू, खट्टा इमली, गाजर, बादाम, पालक, उड़द, अरहर की दाल, चिकन, मकई (मक्का), टमाटर, बीन्स, बैंगन, रतालू, शकरकंद, चुकंदर, शलजम, ब्राउन राइस, मछली, कुटू, मूली आदि।

मुझे विश्वास है कि ऊपर दी गई जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी, किन्तु इसे अधिक सेवन या किसी विशेष स्वास्थ की स्थिति मे अथवा किसी रोग निवारण के लिए उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से जरूर सलाह लें। यहाँ केवल जानकारी मात्र उपलब्ध कराया गया है सेवन के लिए निर्देश नहीं दिया गया है।

धन्यवाद!

इसे भी पढे:

 

1 thought on “गर्म तासीर वाले फल, सब्जियाँ व अनाज करें ठंडी से बचाव | जरूर खायें”

  1. कुछ जानकारियाँ बेहद गलत, हैं
    लगता है जैसे लिखने के बाद पढ़ा ही नहीं हो और विवेक का प्रयोग ही नहीं किया गया हो

    Reply

Leave a Comment