डायबिटीज यानी शुगर की बीमारी के बारे आजकल कौन नहीं जनता लेकिन कई बार यह जानते हुए भी अपने शरीर का ख्याल नहीं रख पाते और गंभीर समस्या मे फंस कर अपने स्वास्थ्य, समय और अपनी धन सम्पति सब खराब करते हैं। ऐसे मे शुगर के मरीजों को खास तरह का जूता पहनना कितना जरूरी? को जानना बेहद जरूरी है जो आपको अपने शरीर का ख्याल रखने मे मदद करता है।
डायबिटीज की ऐसी बीमारी है समय रहते कंट्रोल नहीं किया जाए तो इसका बहुत भयंकर खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज की बीमारी है तो उसे नियमित रूप से अपना ब्लड शुगर कंट्रोल करने की कोशिश करनी चाहिए। शुगर लेवल कंट्रोल नहीं होने से लोगों का हार्ट, किडनी और नर्व डैमेज हो सकती है। इसके कारण शरीर के कई अंग खराब हो सकते है यहाँ तक कि कुछ विशेष परस्थिति मे उन अंगों को काटना भी पड़ सकता है। इसी मे से शुगर की एक अवस्था है ‘डायबिटिक फुट’ जो इतना खतरनाक हो सकता है कि पैर तक काटने पड़ सकते हैं।
डायबिटिक फुट एक स्थिति है जो डायबिटीज के मरीजों में होती है जिसमें पैरों की नसों में कमजोरी जाता है, पैर सुन्न पड़ जाते हैं ऐसे मे जब कभी चोट या दर्द होता है तो उनके पैरों सेंसेशन महसूस नहीं हो पाता है जिससे पैरों के चोट या घाव बढ़ते रहते हैं।
डायबिटीज रोगियों को अक्सर पैरों में सूजन, सुन्नापन और झनझनाहट रहता है यह स्थिति गंभीर होता है अगर सही समय पर उपचार न किया जाए तो पैरों में संक्रमण या घातक इंफेक्शन हो सकता है जो पैर को काटने का कारण बनता है। डायबिटिक फुट के रोगी के पैर काटे जाने का खतरा भी होता है। इसलिए डायबिटिक फुट के रोगियों को नियमित चेकअप और सही देखभाल की जरुरत होती है।
डायबिटीज के मरीज को अपना सही देखभाल अत्यंत आवश्यक है। ऐसे मरीज को उचित व्यायाम, टहलना घूमना, संतुलित आहार और नियमित चेकअप का खास ध्यान रखना चाहिए। डायबिटीज मरीजों को डाइट कंट्रोल, वॉक, मेडिसिन से डायबिटिक फुट को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। अत्यधिक ब्लड शुगर सिर्फ पैर ही नहीं, बल्कि हार्ट अटैक, स्ट्रोक और आंखों की डिजीज का कारण बन सकता है।
शुगर के मरीजों को खास तरह का जूता पहनना कितना जरूरी?
डायबिटिक मरीजों के लिए विशेष जूतों का प्रयोग करना महत्वपूर्ण है। ये जूते उनके पैरों को सही समर्थन देते हैं और डायबिटिक फुट से बचाने में मदद करते हैं। इन जूतों की सही डिज़ाइन, पैडिंग और आकार डायबिटिक फुट के रोगियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। ये जूते डायबिटिक फुट से संबंधित समस्याओं को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
डायबिटिक फुट केयर के लिए विशेष जूते एवं सॅाक्स पहनना बेहद आवश्यक है। डायबिटिक मरीजों को ऐसा जूता पहनना चाहिए जो पैर के लिए बिल्कुल फिट और आरामदायक हो। जूता ऐसा होना चाहिए जिसमे पैरों के स्किन को हवा मिल सके। डायबिटिक मरीजों के लिये जूते बाहर से चाहें कैसे भी हो अन्दर से बिल्कुल कंफरटेबल (आरामदायक) होना जरूरी है।
डायबिटिक मरीजों के लिए जूते खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें।
- बहुत ऊँची हील वाले जूते पैरों के लिए सही नहीं होते क्योंकि ये पैरों पर अत्यधिक दबाव डालते हैं।
- नुकीले या तेज एज वाले जूते ज्यादा दबाव डाल सकते हैं और चोट का कारण बनते हैं।
- बिना आर्च सपोर्ट वाले जूते पैरों के आर्च को सही से सपोर्ट नहीं देते जिससे पैरों में दर्द और अन्य समस्याएँ होते हैं।
- बहुत सपाट या बहुत तंग फिटिंग वाले जूते पैरों से चलने को बाधित कर सकते हैं और चोट का खतरा बढ़ाते हैं।
- कड़ी हील्स या बूट्स जूते पैरों के लिए समर्थन नहीं करते और उच्ची हील्स से डायबिटिक मरीजों के लिए दर्द या समस्याएँ और बढ़ जाता है।
डायबिटिक मरीजों के लिए जूते कहाँ से खरीदें।
मधुमेह रोगियों के लिए कुछ विशेषज्ञ मधुमेह-अनुकूल जूते बनाते हैं। जो आपके आवश्यकताओं के अनुसार जूते डिजाइन कर सकते हैं। आपका डॉक्टर (एक एंडोक्रिनोलॉजिस्ट या पोडियाट्रिस्ट) आपको ऐसे जूता उपयोग करने का निर्देश दे सकता है। ऑर्थोटिस्ट एक प्रकार के चिकित्सा व्यवसायी होते हैं जो डायबिटीज के मरीजों के लिए जूते डिजाइन करते हैं। एक पेडोर्थिस्ट को जूतों को पैरों के अनुसार फिट बनाने या उसमे कोई बदलाव अथवा संशोधन करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। उन्हे ऑर्डर देकर आप अपने साइज़ व आवश्यकता के अनुसार जूते बनवा सकते है।
इस प्रकार के जूते खरीदने के लिए आपके डॉक्टर स्वयं किसी विशेष पेडोर्थिस्ट, दुकान अथवा ब्रांड का परामर्श कर सकते हैं। आप ऐसे जूते किसी फार्मास्युटिकल स्टोर या ऑनलाइन स्टोर से भी खरीद सकते हैं।
डॉ. स्कोल्स और हश पपीज आदि ब्रांड चिकित्सीय या आर्थोपेडिक जूते बनाते हैं। न्यू बैलेंस और स्केचर्स जैसे स्नीकर ब्रांड भी ऑर्थोपेडिक जूते बनाते व बेचते हैं। कुछ ऐसे विशेषज्ञ स्टोर हैं जो विशेष रूप से मधुमेह रोगियों के लिए जूते बेचते हैं। इनके पास आर्थोपेडिक आवश्यकताओं के लिए जूते होते हैं। हेल्थफिट, डॉक्टर चॉइस और टेक्नोफिट कुछ लोकप्रिय भारतीय ब्रांड हैं जो डायबिटीज के मरीजों के लिए जूते, जो पैर की बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए जूते बनाते, संशोधन अतवा डिजाइन करते हैं।
FAQ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
Q1. शुगर के मरीजों के लिए जूते क्यों महत्वपूर्ण हैं?
Ans: शुगर के मरीजों के पैरों की देखभाल और स्वास्थ्य विशेष ध्यान देने वाले जूते का चयन करना महत्वपूर्ण है। यह जूते पैरों को सही समर्थन, आराम और सुरक्षा प्रदान करते हैं और बाहरी चोट से सुरक्षा करते हैं।
Q2. कौन-कौन से जूते शुगर के मरीजों के लिए सही होते हैं?
Ans: शुगर के मरीजों के लिए जूते जो आरामदायक हों, नुकीले न हों और पैरों को अच्छे से सपोर्ट दें वे जूते अनुकूल होते हैं। इसके अलावा, जूते की फिटिंग सही होनी चाहिए।
Q3. कैसे चुनें शुगर के मरीजों के लिए सही जूते?
Ans: शुगर के मरीजों को जूते चुनते समय उन्हें पैरों की आकार, आराम, सपोर्ट और सुरक्षा के माध्यम से जूते का चयन करना चाहिए। विशेषज्ञ सलाह लेना भी महत्वपूर्ण है।
Q4. कौन-कौन से विशेषज्ञ जूते बनाते हैं?
Ans: मधुमेह के मरीजों के लिए विशेषज्ञ जूते बनाने वाले विभिन्न विशेषज्ञ होते हैं जैसे की एंडोक्रिनोलॉजिस्ट, पोडियाट्रिस्ट, ऑर्थोटिस्ट और पेडोर्थिस्ट।
Q5. भारतीय ब्रांड्स जो शुगर के मरीजों के लिए जूते बनाते हैं?
Ans: कुछ लोकप्रिय भारतीय ब्रांड्स जूते बनाती हैं जो मधुमेह से संबंधित पैर की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की जाती हैं जैसे की हेल्थफिट, डॉक्टर चॉइस और टेक्नोफिट।