दोस्तों आजकल डेंगू का कहर बदता ही जा रहा है। ऐसे मे ब्लड मे उपस्थित प्लेटलेट्स बड़ी तेजी से गिरने लगता है। डॉक्टरस् के पास इसका कोई सटीक इलाज नहीं है। वे मरीज को केवल ग्लूकोज की बोतल चढ़ा देते हैं और साथ में एंटीबायोटिक इंजेक्शन एवं एसिडिटी का इंजेक्शन लगा देते हैं। जब मरीज की हालत बिगड़ जाती है तो अचानक अपने हाथ खड़े कर देते हैं और उनको दूसरे अस्पताल में ले जाने का दबाव बनाते हैं। आज हम जनेगें प्लेटलेट्स कैसे बढ़ाएं (How to Increase Platelets).
सामान्यतः प्लेटलेट्स की उम्र तीन से पांच दिन होती है। शरीर में हर रोज हजारों प्लेटलेट्स के बनते व टूटते रहते हैं और यह निर्माण एवं क्षति की प्रक्रिया निरन्तर चलती रहती है। मानव शरीर मे प्लेटलेट्स की संख्या 1.5 लाख से कम होने पर उसे प्लेटलेट्स की कमी या थ्रांबोसाइटोपेनिया कहा जाता है। डेंगू में जो देखने में आ रहा है वह है प्लेटलेट्स का लगातार व तेजी से प्लेटलेट्स गिरने की समस्या जो बहुत गंभीर रूप लेता है।
सामान्यतः एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में डेढ़ लाख से साढे चार लाख प्लेटलेट्स होते हैं। यदि ब्लड मे प्लेटलेट्स की संख्या 50000 से कम हो जाता है तो मरीज के जान को खतरा हो सकता है। ऐसे में रोगी के शरीर मे प्लेटलेट्स चढ़ाना बेहद जरूरी हो जाता है। जब कभी भी हमें कोई चोट लगती है और कहीं से रक्त स्राव या ब्लीडिंग शुरू होती है तब इस रक्तस्राव को रोकने का प्रमुख कार्य प्लेटलेट्स द्वारा किया ही जाता है।
प्लेटलेट्स की संख्या बेहद कम हो जाने पर रोगी को अंदरूनी रक्तस्राव शुरू हो सकता है जैसे कि नाक या दांत से खून निकलना, पेशाब में खून आना, चमड़ी के नीचे लाल थक्के जमना आदि। ऐसे लक्षण नजर आने पर रोगी को तुरंत उपचार करना चाहिए।
प्लेटलेट्स बढ़ाने का देसी इलाज|How to Increase Platelets
तो दोस्तों चलिए हम जानते हैं कुछ आयुर्वेदिक और घरेलू नुस्खे जिससे आप अपने प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ा सकते हैं।
1. पपीता (Papaya)
सबसे पहले है पपीता, जी हां दोस्तों प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने के लिए पपीते के पत्तों का रस सफलता पूर्वक प्रयोग किया जा रहा है। मलेशिया में 2009 में हुए एक अध्ययन में यह निष्कर्ष निकाला गया कि डेंगू बुखार में ताजा और स्वस्थ पपीते के पत्तों का रस देने पर ब्लड मे प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने में मदद मिलता है। पपीते के पत्ते का रस आप अपनी क्षमता के अनुसार 10 से 20 मिलीलीटर दिन में दो से तीन बार सेवन कर सकते हैं। अगर आपको इसे पीने से उल्टी हो या कोई अन्य समस्या महसूस हो तो यह नहीं लेना चाहिए। यदि आप पपीते का कच्चा या पका हुआ फल खाते हैं तो यह भी बहुत लाभकारी होता है।
2. गेहूं का ज्वार (Wheatgrass)
दूसरा है गेहूं का ज्वार “गेहूं की जाड़” यानी कि व्हीटग्रास जो प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने के लिए आप गेहूं की घास का भी उपयोग कर सकते हैं। 150 ml स्वच्छ और ताजा गेहूं के घास का जूस पीने से केवल प्लेटलेट्स ही नहीं बदते बल्कि हीमोग्लोबिन, सफेद रक्त कोशिका और रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में भी सहायता होती है।
यह एक प्राकृतिक स्रोत है जिसमें प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण मात्रा में क्लोरोफिल, एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं। आप गेहूं के ज्वार का रस निकालकर पी सकते हैं या इसे शेक बनाकर सेवन कर सकते हैं। इसका नियमित सेवन प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाता है और रक्त को साफ और स्वस्थ बनाने में मदद करता है। तो, प्लेटलेट्स की कमी से जूझ रहे लोग गेहूं के ज्वार का नियमित रूप से सेवन करके अपने स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं।
3. चुकंदर (Beetroot)
तीसरा है चुकंदर, दोस्तों चुकंदर में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। इसका सेवन करने से हीमोग्लोबिन और प्लेटलेट्स की मात्रा बढ़ाने में भी मदद मिलती है। रोगी को इसकी स्वादिष्ट व पाचक सब्जी बनाकर खिला सकते हैं, इसका सलाद कहा सकते है या फिर इसका 100 ml ताजा जूस रोगी को दिन में तीन बार पिला सकते हैं।
4. कद्दू (Pumpkin)
प्लेटलेट्स बढ़ाने का चौथ तरीका है कद्दू यानी पंपकिन। कद्दू में प्रचुर मात्रा में विटामिन K होता है। प्लेटलेट्स की तरह विटामिन K भी शरीर में रक्तस्राव रोकने व खून को जमाने का काम करता है। आप मरीज को कद्दू की सब्जी बनाकर खिला सकते हैं। या फिर रोजाना 150 ml कद्दू के रस मे एक चम्मच शहद मिलाकर भी पिला सकते हैं।
5. गिलोय (Giloy)
पांचवा तरीका है गिलोय, दोस्तों गिलोय का रस प्लेटलेट्स बढ़ाने में बहुत अहम भूमिकाअदा करता है। इसे सेवन करने के लिए 10 गिलोय की बेल के टुकड़े तोड़कर उसे डेढ़ से दो लीटर पानी में उबाले और उसमें 5 से 7 तुलसी के पत्ते, थोड़ा सा अदरक और दो चुटकी अजवाइन डालकर तब तक उबाले जब तक वह पानी आधा न रह जाए। इसके बाद इसे ठंडा करके गुनगुना हरने पर रोगी को खाली पेट देने से चमत्कारी लाभ मिलता हैं। गिलोय का रस लेने के 30 मिनट तक रोगी को कुछ भी ना दें।
6. कीवी फल (Kiwi Fruit)
प्लेटलेट्स बढ़ाने का अगला तरीका है कीवी फल, इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन C, I और पॉलीफेनॉल होता है। रोजाना एक कीवी भी सुबह और शाम खाने से प्लेटलेट की संख्या तेजी से बढ़ना शुरू हो जाता है। कीवी फल खाने से कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल में रहता है।
7. अनार (Pomegranate)
इसके बाद है दोस्तों अनार, अनार एक बेहद पौष्टिक फल है। इसमें आयरन की प्रचुर मात्रा होती है। यह हीमोग्लोबिन और प्लेटलेट की मात्रा बढ़ाने में मदद करता है। आप मरीज को अनार के दाने खिला सकते हैं। इसे खाने से गैस भी नहीं बनती और रोगी का पाचन भी सुधरता है। अगर अनार का जूस देना है तो इसे घर पर ही तैयार करें और डेंगू से पीड़ित व्यक्ति को जरूर दें।
8.पानी (Water)
दोस्तों हमारे शरीर में पानी का बड़ा महत्व है। शरीर में रक्त के निर्माण होने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी होना जरूरी है। डेंगू से ग्रसित व्यक्ति को प्रतिदिन 8 से 10 गिलास पानी अवश्य पिलाना चाहिए । डेंगू में शरीर में पानी की कमी होना बहुत बड़ी समस्या होती है।
9. इनसे बचाव (Avoid These)
इसके अलावा दोस्तों कुछ उपयोगी सलाह है जिन्हें आपको जरूर ध्यान मे रखना चाहिए। प्लेटलेट्स की संख्या कम होने पर पेट के अंदर की त्वचा लाल हो जाती है जिससे एसिडिटी और गैस की समस्या बढ़ जाती है। ऐसी हालत में रोगी को कच्चा, भारी, तीखा और मसालेदार चीजे खाने मे नहीं देना चाहिए। मरीज को चाय, कॉफी , शराब और धूम्रपान से दूर रखना चाहिए। ऐसे मरीज को एक साथ अधिक आहार देने की जगह थोड़ा-थोड़ा आहार 30 से 45 मिनट के अन्तराल में देते रहना चाहिए।
यदि रोगी तुलसी के पत्ते और पुदीना के पत्ते मुंह में रखे तो मुंह का स्वाद बिगड़े बिना वह जल्दी स्वस्थ हो सकता है। मरीज छोटी इलायची के बीज मुंह में रखें और चूसते रहे यह भी प्लेटलेट्स की संख्या को ठीक करने मे मदद करते हैं और प्लेटलेट्स को घटने नहीं देते और संतुलित बनाए रखने मे मदद करते हैं।
प्लेटलेट्स कम होने पर बिना डॉक्टर की सलाह से कोई भारी दवा या चूर्ण लेने से बीमारी और गंभीर हो सकता है। तो दोस्तों यह थी जानकारी जो जुड़ी हुई थी आपके स्वास्थ्य से अगरआपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे कमेन्ट करके ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ शेयर करें हमे बहुत अच्छा लगेगा।
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FAQ
1. प्लेटलेट्स क्या होते हैं?
प्लेटलेट्स छोटे से रक्तकणिके होते हैं जो रक्त थक्का करने और घाव भरने में मदद करते हैं।
2. प्लेटलेट्स की कमी क्या है?
प्लेटलेट्स की कमी एक स्थिति है जिसमें रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या कम होती है जिसके परिणामस्वरूप रक्तशोधक प्रक्रिया में दिक्कत हो सकती है।
3. प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण क्या होते हैं?
प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण में थकान, चक्कर आना, ब्लीडिंग, त्वचा पर छाले, नाक और मुंह से ब्लीडिंग और पेट में दर्द शामिल हो सकते हैं।
4. प्लेटलेट्स की बढ़ोतरी के लिए क्या आहारी उपाय हैं?
प्लेटलेट्स की बढ़ोतरी के लिए अधिक फल, सब्जियाँ, पुनर्नवा, गेहूं के ज्वार, पपीता और अदरक का सेवन करना फायदेमंद होते ह।
5. प्लेटलेट्स की कमी से बचाव के लिए क्या सावधानियाँ रखनी चाहिए?
प्लेटलेट्स की कमी से बचाव के लिए गर्मी में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना, अधिक सोना, योग और व्यायाम करना और तंबाकू एवं अल्कोहोल से बचना महत्वपूर्ण है।