वैसे तो फल का सेवन हर मौसम मे करना चाहिए। मौसमी फलों का सेवन करने से हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को लाभ होता है खासकर बारिश के मौसम में। मौसमी फल अलग अलग क्षेत्र व जलवायु के आधार पर भिन्न हो सकते है। आज हम जानेगें की भारत मे (Rainy Season Fruits in India) कौन कौन से मौसमी फल मिलते हैं जिसका सेवन स्वास्थ के लिए जरूर करना चाहिए।
मौसमी फलों का सेवन करने के कई कारण होते हैं पहला कारण है कि ये फल प्राकृतिक रूप से भरपूर पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं। दूसरा, इन फलों मे उच्च मात्रा में पानी होता है जिससे हमारे शरीर की तरलता बनी रहती है, हमारा शरीर हाइड्रेटेड रहता है। इनमे प्राप्त कार्बस् हमारे पाचन संबंधी समस्याओं से बचाते हैं। तीसरा, इन फलों में विटामिन सी, ए और अन्य आवश्यक खनिज होते हैं जो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं और मौसमी बीमारियों से लड़ने मे मदद करते हैं। इसलिए, बारिशी मौसम में फलों का सेवन करना बहुत आवश्यक है।
Why Should We Eat Rainy Season Fruits?
बारिश के मौसम के दौरान वातावरण में परिवर्तन आता है जिसे शरीर को मौसम के अनुसार ढलने मे थोड़ा समय लगता है। इस दौरान हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है। इस कारण हमारे शरीर को लगातार एलर्जी और पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके लिए पर्याप्त विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स का सही सेवन करके अपनी शरीर की प्रतिरक्षा को मजबूत करना आवश्यक है। इन सभी पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए हमे मौसमी फलों का सेवन करना चाहिए।
Rainy Season Fruits in India
काला जामुन (Blackberries)
काला जामुन वर्षात के मौसम में मिलता है जब फलों की उत्पादन अधिक होता है। यह फल वर्षा के दिनों में मुख्य रूप से जून से सितंबर के बीच मिलता है। यह काला या बैंगनी फल है जिसका स्वाद मीठा होता है। काले जामुन में विटामिन सी, ए, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, आयरन, फाइबर और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं।
जामुन में विटामिन सी की मात्रा अधिक होता है जो शरीर को मजबूत रखने में मदद करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने में मदद करता है। इसमें फाइबर भी होता है जो पाचन को सुधारता है और कब्ज़ को दूर करने में मदद करता है। काले जामुन में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के खिलाफ भी रक्षा करते हैं। जामुन रक्तचाप को नियंत्रित करता है और मधुमेह के खिलाफ लड़ने में भी सहायक होता है। जामुन स्ट्रेस और सूजन कम करने भी सहायक होता है।
काले जामुन में कैलोरी की कमी होती है और विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो वर्षात के मौसम में स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह फल ठंडे पानी में भीगोकर खाने से स्वाद व स्वास्थ दोनों मे वृद्धि होता है विशेष रूप से गर्मियों में। जामुन त्वचा को भी स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
आलूबुखारा (Plums)
आलूबुखारा एक छोटा गोल फल होता है जिसका रंग हरा, लाल, पर्पल या हरा-पीला होता है। इसका स्वाद खट्टा-मीठा और ताजगी भरा होता है। यह फल गुठलियों में होता है। इसकी त्वचा चमकीली और चमकदार होती है। आलूबुखारा में विटामिन C, विटामिन A, पोटैशियम, कैल्शियम, फाइबर और अन्य कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।
इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए कई लाभ होता है जैसे कि इम्यूनिटी को मजबूत करना, वजन नियंत्रित करना, डायबिटीज को नियंत्रित करना, त्वचा को स्वस्थ रखना, हड्डियों को मजबूत करना, आंतों की स्वास्थ्य को बनाए रखना और आँखों की देखभाल में मदद करना। आलूबुखारा शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है।
लीची (Litchi)
लीची एक मीठा और सुगंधित फल होता है जो आमतौर पर गर्मियों में पाया जाता है। लीची का रंग आमतौर पर लाल होता है लेकिन कुछ प्रजातियाँ हरे, पीले या गुलाबी भी हो सकती हैं। इसकी खुरदुरी चमकदार त्वचा उसकी पहचान होती है। यह गोलाकार फल होता है जिसमें एक छोटी गांठ होती है जिसके अंदर मीठा और रसीला गुद्दाहोता है। लीची में विटामिन सी, पोटासियम, कैल्शियम, फोलेट, मैग्नीशियम, आयरन, कापर, फॉस्फोरस और कई अन्य पोषक तत्व होते हैं।
इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है जैसे कि इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना, त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखना, डायबिटीज को नियंत्रित करना, वजन कम करने में मदद करना और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारना। इसके अलावा लीची मधुमेह, कैंसर और दिल के रोगों की संरक्षणशीलता में भी मदद करता है। लीची का सेवन सीमित मात्रा में किया जाना चाहिए लेकिन समय-समय पर लीची का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
चेरी (Cherry)
चेरी का रंग आमतौर पर लाल या हरा होता है। चेरी का स्वाद मीठा और थोड़ा खट्टा होता है जिससे इसका सेवन लोगों को पसंद आता है। इसका आकार छोटा और गोल होता है। चेरी में विटामिन C, विटामिन A, पोटैशियम, फोलेट, मैग्नीशियम और फाइबर जैसे पोषक तत्व होते हैं। ये तत्व हमारे शरीर के सेहत को सुदृढ़ बनाए रखने में मदद करते हैं। चेरी में विटामिन C अच्छी मात्रा में होता है जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है।
विटामिन A हमारी दृष्टि को सुधारता है और हमारी आंतों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। पोटैशियम नारियल पानी की तरह हमारे शरीर में प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइट्स की भूमिका निभाता है और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। चेरी में मौजूद फाइबर हमारे पाचन को सुधारता है, वजन नियंत्रित करता है। चेरी एंटीऑक्सीडेंट्स की अच्छी स्रोत होती है जो आयरन को अधिक से अधिक अवशोषित करने में मदद करता है और शरीर को कैंसर एवं अन्य बीमारियों से बचाने में मदद करता है।
आड़ू (Peach)
आड़ू एक मीठा और रसीला फल है जिसका रंग आमतौर पर नारंगी या पीला होता है हालांकि इसके कई प्रकार होते हैं जिनका रंग और स्वाद भिन्न होता है। आड़ू का आकार गोल होता है जो छोटा से लेकर मध्यम साइज़ तक होता है। इसमें विटामिन C, विटामिन A, पोटैशियम, कैल्शियम, फाइबर और अन्य पोषक तत्व होते हैं। आड़ू में प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट्स भी होते हैं जो खराब रेडिकल्स को नष्ट करने में मदद करते हैं और शारीरिक प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं। आड़ू का सेवन शरीर को हार्ट डिजीज, कैंसर, मोटापा और मधुमेह जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद मिलता है।
आम (Mango)
आम, जो आमतौर पर हमारे दिलों को छूने वाली फलों में से एक है। इसका स्वाद मीठा और खट्टा होता है। यह एक लोकप्रिय फल है जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को आकर्षित करता है। आम में विटामिन सी, विटामिन ए, फाइबर, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फोलेट और बेटा-कैरोटीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। ये हड्डियों को मजबूत बनाते हैं, रक्तचालन को सुधारते हैं, इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं, त्वचा को स्वस्थ बनाते हैं और आँतों की समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। आम में प्राकृतिक शुगर और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और कई बीमारियों से बचाव करते हैं।
तरबूज (Melon)
तरबूज का रंग आमतौर पर हरा, हरा-पीला या गुलाबी होता है। इसका स्वाद मिठा और ठंडा होता है। यह एक गोलाकार फल होता है जिसका बाहरी भाग हरा और अंदर का भाग पीला या गुलाबी होता है।
तरबूज खाने से शरीर में पानी की कमी पूरी होती है जिससे दिनभर ऊर्जा बनी रहती है। तरबूज में विटामिन सी और ए की मात्रा हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और विटामिन सी की अच्छी मात्रा खाने से त्वचा की सेहत भी सुधारती है। तरबूज में पोटैशियम होता है जो मस्तिष्क और हृदय के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। तरबूज में अनेक पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे कि विटामिन सी, विटामिन ए, बीटा-कैरोटीन, पोटासियम और मैग्नीशियम। ये सभी तत्व हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
नाशपाती (Pear)
नाशपाती, एक लोकप्रिय फल विभिन्न रंगों, स्वादों और आकारों में पाया जाता है। इसका रंग हरा, पीला, लाल या भूरा हो सकता है। इसका स्वाद मीठा और ठंडा होता है। यह आमतौर पर गोलाकार या लंबा-चौड़ा आकार का होता है। नाशपाती में फाइबर, विटामिन C और अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
यह फल पाचन को सुधारता है, कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, मधुमेह के खतरे को कम करता है और हृदय स्वास्थ्य को सुधारता है। नाशपाती शरीर के विषाणुओं से लड़ने में मदद करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। इसलिए नाशपाती एक स्वास्थ्यप्रद और पौष्टिक फल है जो हमें स्वस्थ जीवनशैली मे अपनाना चाहिए।
पपीता (Papaya)
पपीता एक स्वादिष्ट और पौष्टिक फल होता है जो हरे, लाल, गुलाबी या पीले रंग का हो सकता है। इसका आकार गोल होता है। पपीते में विटामिन सी, विटामिन ए और फाइबर के साथ-साथ पोटैशियम, कैल्शियम और फोलेट जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व हमारे शरीर को स्वस्थ और मजबूत रखने में मदद करते हैं।
पपीता पाचन को सुधारता है, वजन नियंत्रित करने में मदद करता है, डायबिटीज को नियंत्रित करता है, हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाता है और त्वचा को स्वस्थ और ताजा बनाए रखने में मदद करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में सहायक होता है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी सहायक होता है।
अमरूद (Guava)
अमरूद एक खास फल है जो हमें विभिन्न रंगों में देखने को मिलता है जैसे की हरा, पीला, लाल या गुलाबी। इसका स्वाद मीठा और थोड़ा खट्टा होता है। इसका आकार स्थूल गोल होता है जो बीज बीज से भरा होता है। अमरूद मे विटामिन C, फाइबर, पोटैशियम और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
यह हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत फायदेमंद होता है। यह शरीर मे पानी की कमी को दूर करता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाता है, वजन नियंत्रित करता है, पाचन को सुधारता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। अमरूद में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स हमें कैंसर और अन्य बीमारियों से भी बचाव करने में मदद करते हैं।
बड़हल (Monkey Fruit)
बड़हल का फल सींगापुर, थाईलैंड, फिलीपींस और अन्य देशों में पाया जाता है जो कई प्रकार की सेहतमंद गुणों से भरपूर होता है। इसका रंग आमतौर पर हलका पीला या नारंगी होता है और इसका आकार गोल लेकिन बेडौल होता है। इसका स्वाद मीठा व थोड़ा खट्टा होता है जो खासकर ताजा फल में अधिक होता है।
इसमें विटामिन सी, ए और बी-कॉम्प्लेक्स, अल्फा कारोटीन, फोलेट, कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। इसके सेहत के लाभ में मदद करते हैं जैसे कि इम्यूनिटी को मजबूत करना, त्वचा को स्वस्थ रखना, वजन नियंत्रित करना, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना और डायबिटीज को कंट्रोल करना। यह फल एंटीऑक्सीडेंट्स का स्रोत होता है जो विषाक्त पदार्थों के खिलाफ लड़ते हैं।
आनार (Pomegranate)
आनार एक उत्कृष्ट फल है जो कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें विटामिन सी, फाइबर, पोटैशियम, विटामिन के और फोलेट जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये सभी तत्व स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। विटामिन सी इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, विटामिन के कैंसर और अन्य बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
फाइबर पाचन को सुधारता है, पोटैशियम दिल के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है और फोलेट महिलाओं के गर्भावस्था के दौरान बच्चे के विकास के लिए आवश्यक होता है। आनार खाने से वजन नियंत्रण में मदद मिलता है, त्वचा को स्वस्थ रहता है और शरीर के रक्तचालन व खून की कमी को दूर करता है। आनार को अपने आहार में शामिल करके हम अपने स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं।
शरीफा (Custard Apple)
शरीफा में विटामिन C, विटामिन A, फाइबर, पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, फोलेट और विभिन्न अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। शरीफा अनेक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है जैसे कि पाचन को सुधारना, हड्डियों को मजबूत बनाना, रक्तचाप को नियंत्रित करना, त्वचा को स्वस्थ रखना और इम्यून सिस्टम को मजबूत करना। शरीफा शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और शारीरिक तथा मानसिक थकावट को दूर करता है।
Avoid Foods During the Monsoon
मानसून के दौरान कुछ खाद्य पदार्थों को अवश्य बचना चाहिए। ठंडी चीजें जैसे दही, पनीर, रबड़ी आदि का सेवन कम करें, ये आपको पेट की समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। अधिक ठंडा व भीगा हुआ, नमीवाला खाद्य के सेवन से भी बचना चाहिए। पानी से धोये हुए फलों और सब्जियों को ही खाएं। तले-भुने खाद्य पदार्थों से दूर रहें। गरम खाना खाने की आदत बनाएं और स्वच्छता का ध्यान रखें। बाजार में बिकने वाले स्ट्रीट फूड्स का सेवन ना करें। भोजन को अधिक समय तक बाहर न रखें, खासकर जल्दी से खराब होने वाले खाद्य पदार्थों को।
यदि आपको बाजार से खरीदे खाद्य पदार्थों खाना ही पड रहा है तो पहले वहाँ की साफ-सफाई का भी ध्यान रखें। विशेषतः बच्चों और बूढ़ों को खासकर सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसे मे पीठ के दर्द, सर्दी, बुखार आदि के लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए। समुद्री भोजन से भी मानसून में बचना चाहिए क्योंकि समुद्र जीवों की सफाई नहीं होती है और उनमें बैक्टीरिया हो सकते हैं जो इंफेक्शन का खतरा बढ़ा सकते हैं और पाचन को प्रभावित कर सकते हैं।
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